हादस या आत्महत्या पुलिस जुटी जांच में

जोधपुर, पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े मथुरादास माथुर अस्पताल में शुक्रवार की अलसुबह एक मरीज सुपर स्पेशलिस्ट वार्ड की चौथी मंजिल से गिर गया। हादसे का पता काफी देर बाद लगा। तब तक सिर में गंभीर चोट की वजह से उसकी मौत हो चुकी थी। रक्त स्त्राव होने से मौके पर ही उसका दम टूट गया। यह हादसा था या फिर आत्महत्या पुलिस जांच में जुट गई है।

सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और पड़ताल आरंभ की है। शव को फिलहाल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। अग्रिम कार्रवाई जारी है। शास्त्रीनगर थानाधिकारी पंकजराज माथुर ने बताया कि शेरगढ़ निवासी 24 वर्षीय मगसिंह कुछ दिन से एमडीएम अस्पताल में डॉ. इन्दु थानवी के वार्ड में भर्ती था।

सांस लेने में तकलीफ के साथ वह दिमागी समस्या से ग्रस्त था। मगसिंह आज सुबह अपने बिस्तर पर नहीं था। उसके पास वाले मरीज का कहना है कि छह बजे तक मगसिंह यहीं पर था। इसके बाद उठ कर बाहर गया, तो वापस लौट कर नहीं आया। वार्ड में तैनात नर्सिंग कर्मियों ने सोचा कि शायद चाय पीने चला गया होगा।

काफी देर तक उसके वापस नहीं लौटने पर उन्होंने खोजबीन शुरू की। चौथी मंजिल से नीचे उतरने पर सीढिय़ों के पास मगसिंह का शव पड़ा मिला। मगसिंह सीढिय़ों से उतरते समय पैर फिसलने के कारण नीचे गिरा या फिर उसने स्वयं ऊपर से कूद कर अपनी जान दी इस बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है। फिलहाल उसका शव मोर्चरी में रखवाया गया है और परिजनों को सूचित किया गया है। थानाधिकारी पंकजराज के अनुसार संभवत: पैर फिसलने से ही गिरा होगा, ऐसा प्रतीत हो रहा है। फिलहाल जांच कर पता लगाया जा रहा है।