योजनाओं का क्रियान्वयन और समय का संयोजन ही परिणाम देता है-विजयानंद
संस्कार भारती जोधपुर प्रांत की साधारण सभा की बैठक संपन्न
जोधपुर(दूरदृष्टीन्यूज),योजनाओं का क्रियान्वयन और समय का संयोजन ही परिणाम देता है-विजयानंद।
डॉ.हेडगेवार भवन जोधपुर में संस्कार भारती की साधारण सभा की बैठक सम्पन्न हुई। यह बैठक वर्ष में एक बार की जाती है,जिसमें जोधपुर क्षेत्र की सभी जिला इकाइयों के कार्यकर्ता शामिल हुए। तीन सत्रों में इस बैठक को आयोजित किया गया।
इस बैठक में जोधपुर क्षेत्र के जालौर,सिरोही,नागौर,बीकानेर बाड़मेर जोधपुर नगर व ग्रामीण,बालोतरा के लगभग 60 दायित्ववान कार्यकर्ताओं ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। तीन सत्रों में चलने वाली इस बैठक के प्रथम सत्र में गत बैठक का वृत्तांत प्रांतमहामंत्री पूनम चंद्र सुथार ने वाचन किया। कोष प्रमुख उत्तम सिंह राजपुरोहित ने आय व्यय का बयोरा दिया। उपस्थित सदस्यों का परिचय हुआ।
इसी सत्र में संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर संविधान के निर्माण से लेकर संविधान संशोधनों की चर्चाओं के साथ संविधान के प्रथम पृष्ठ पर भगवान श्रीराम के चित्रों के अतिरिक्त प्रकाक्षित 21 चित्रों पर चर्चा की गई। संगठन के सह महामंत्री केशव वर्णोति ने सत्र का संचालन किया और संस्कार भारती के केंद्रीय अधिकारी श्रीपद जोशी व क्षेत्रीय प्रमुख अरुण कुमार शर्मा ने संबोधन दिया।
द्वितीय सत्र में संस्कार भारती की कार्य प्रणाली,झूठ की नींव पर गढ़े विमर्शों,प्रशिक्षण व पंच परिवर्तन पर चर्चा हुई। प्रांतीय महामंत्री ने बताया प्रत्येक कला साधक को अपनी इकाई में सामाजिक समरसता,कुटुंब प्रबोधन,नागरिक कर्तव्य,पर्यावरण संरक्षण,स्व-भाव का जागरण पर कला,साहित्य,नाटक,गीत,लोक गीत व चित्रकला के माध्यम से आमजन तक पहुंचना चाहिए। सत्र का संचालन नगर के महामंत्री श्रवण डाऊकिया ने किया।
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तृतीय सत्र वर्ष भर किए जाने वाले कार्य पर केंद्रित रहा। संघ के शताब्दी वर्ष समारोह में संस्कार भारती की भूमिका सुनिश्चित की गई। तीसरे सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय प्रचारक विजयनंद ने संस्कार भारती के अधिकारियों व दायित्व निर्वहन करने वाले कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अपने अपने जिले में कितने कलासाधक किस-किस कला के माध्यम से राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं,उनकी सूची बना कर अपनी इकाई में सुरक्षित करें। नये कलासाधकों को मंच प्रदान करें।
राजकुमारी विद्योतमा व कालिदास की कथा के माध्यम से कालिदास के तीन महत्वपूर्ण ग्रंथ अभिज्ञान शाकुन्तलम्,रघुवंश,कुमारसंभव की रचना उत्पत्ति पर चर्चा की। कार्यक्रम में प्रांतीय अधिकारियों में डॉ ईशा शर्मा,(जोधपुर)प्रेम सांखला (नागौर) और नारायण लाल(बीकानेर)को सर्वसम्मति से चुना गया। सुविख्यात रंगकर्मी और लोककला प्रमुख राहुल बोड़ा ने चुने हुए प्रांतीय अधिकारियों को दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के अंत में संस्कार भारती के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ जितेंद्र जालौरी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों का आभार जताया। अगली साधारण सभा के लिए सिरोही जिला इकाई के अध्यक्ष आनंद मिश्रा को दायित्व ध्वज प्रदान कर कार्यक्रम का समापन किया।
तीसरे सत्र का संचालन वीर रस के कवि आकाश नौरंगी ने किया।
