जोधपुर, केरल तट पर इस बार मानसून 28 मई तक पहुंचेगा। मेवाड़ में 20 जून तक दस्तक देगा। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि मानसून की बारिश इस साल अच्छी रहेगी, जिससे झीलें फिर लबालब हो जाएंगी। हालांकि अभी चक्रवात ‘तौकते’ के असर के कारण बारिश से झीलों की स्थिति अच्छी कही जा सकती है। इस बारिश के कारण झीलों में पानी की अच्छी आवक हुई है, जिससे झीलों का जलस्तर बढ़ा है। ऐसे में इस बार यदि औसत बारिश भी होती तो झीलों के भरने में अधिक समस्या नहीं होगी।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार अंडमान निकोबार द्वीप तक मानसून पहुंच चुका है, जो इस वर्ष एक सप्ताह देर से पहुंचा है। केरल तट पर मानसून 28 मई तक पहुंचेगा। राजस्थान की बात करें तो मानसून सही समय पर आएगा। मेवाड़-वागड़ में मानसून इस बार 20 जून तक दस्तक देगा तथा मानसून अच्छा रहेगा। मौसम जानकारों के अनुसार दक्षिणी-पश्चिमी मानसून अधिकांशत: राजस्थान में प्रवेश के लिए मेवाड़-वागड़ का मार्ग चुनता है।
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राजस्थान में बांसवाड़ा में कुशलगढ़ से सबसे पहले मानसून का प्रवेश होता है। इस कारण इसे मानसून का प्रवेश द्वार भी कहते हैं। ये दक्षिण-पश्चिम में पहुंच कर उत्तर- पश्चिम में बढ़ता है। पिछले साल मानसून ने हाड़ौती व मेवाड़ के रास्ते 24 जून को प्रवेश किया था। 2019 में मेवाड़-वागड़ के रास्ते 2 जुलाई को प्रवेश किया था। मानसून यही से पूरे राजस्थान में छा जाता है।