जोधपुर, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(एसीबी) ने मंगलवार दोपहर बाड़मेर जिले के पादरू गांव में जोधपुर डिस्कॉम के एक जूनियर इंजीनियर के बिचौलिए को बीस हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। बिचौलिए के पकड़े जाते ही जूनियर इंजीनियर मौके से फरार हो गया। एसीबी उसकी तलाश में जुटी है। एसीबी जोधपुर की स्पेशल टीम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि परिवादी गणपत सिंह ने शिकायत दर्ज कराई कि उसका एक कृषि फार्म पादरू में स्थित है। उस पर पिता रघुनाथ सिंह के नाम से बिजली कनेक्शन लिया हुआ है। डिस्कॉम के कनिष्ठ अभियन्ता जितेन्द्र सैनी 2 जनवरी को उसके फार्म पर आए और बकाया बिजली बिल भरने के साथ ही कहा कि वे उसके खिलाफ बूस्टर लगा बिजली चोरी करने का मामला बनाएंगे जबकि हमारे यहां बूस्टर लगा हुआ ही नहीं था। सैनी ने मामला नहीं बनाने की एवज में बीस हजार रुपए की मांग की। आश्वासन दिया कि वह इसके बाद बूस्टर लगा आराम से बिजली ले सकता है। एसीबी ने 6 जनवरी को शिकायत का सत्यापन कराया। इसमें सैनी के बीस हजार रुपए मांगने की पुष्टि हो गई। आज सुबह गणपत सिंह के सैनी को फोन करने पर उसने रिश्वत की राशि अपने बिचौलिए स्थानीय निवासी नारायण सिंह के फार्म हाउस पर पहुंचाने का बोला। गणपत सिंह के वहां जाकर नारायण सिंह को बीस हजार रुपए दिए गए। इस दौरान वहां पहले से तैयार एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया। उसे गिरफ्तार कर एसीबी की टीम डिस्कॉम कार्यालय पहुंची, तब तक ट्रैप की भनक लगने पर कनिष्ठ अभियन्ता जितेन्द्र सैनी वहां से फरार हो गया। उसे गिरफ्तार करने के लिए एसीबी बाड़मेर व बालोतरा पुलिस की मदद ले रही है।