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एमजीएच में दिन भर रस्साकशी के बाद मिला आश्वासन,उठाया शव

  • सैन्य ट्रक से मौत का मामला
  • बेटे को संविदा नौकरी और चिरंजीवी योजना के तहत मिलेगा लाभ

जोधपुर,शहर के पावटा सर्किल किसान भवन के निकट शुक्रवार रात सेना के ट्रक से रेलवे पार्सल के कर्मचारी की दर्दनाक मौत हो गई, उसका साथी घायल हो गया। घटना को लेकर शनिवार सुबह महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर मृतक के परिजनों ने धरना प्रदर्शन कर राज्य सरकार से 50 लाख रुपये और उसके बेटे को सरकारी नौकरी की मांग रखी। इस दौरान धरना स्थल सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास सहित बीजेपी के अन्य नेता भी मौके पर पहुंचे। हंगामे की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी भी एमजीएच पहुंचे। दोपहर तक न तो शव का पोस्टमार्टम हो पाया और न ही शव उठाया।

परिजन का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मान ली जाती तब तक शव को नहीं उठाया जाएगा। हालांकि एडीएम राजेन्द्र डागा की समझाइश के बाद समाज जन माने और पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। एडीएम ने आश्वासन देते हुए कहा है कि बेटे को संविदा नौकरी और चिरंजीवी योजना के तहत जो भी लाभ मिलते हैं वे दिए जाएंगे। साथ ही सेना की तरफ से भी बात की है,वे भी अपनी तरफ से मदद करने के लिए तैयार हैं।

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पुलिस के मुताबिक शुक्रवार रात सवा आठ बजे के आसपास चौपासनी हाउसिंग बोर्ड चौथी पुलिया निवासी राजेश पुत्र कोडूमल और उनका साथी अशोक जाटव अपनी स्कूटी से पावटा सर्किल किसान भवन के पास से निकल रहे थे। तभी सेना के ट्रक ने राजेश के ओपनी चपेट में ले लिया और दुर्घटना में राजेश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। शव को पुलिस ने एमजीएच की मोर्चरी में रखवाया था। पुलिस ने रात को ही दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को जब्त कर थाना परिसर में खड़ा करवाया था।

राजेश के साले की तरफ से उदयमंदिर थाने में केस दर्ज करवाया था। दुर्घटना में घायल अशोक जाटव का उपचार जारी है। प्रत्यक्षदर्शियों ने रात को बताया कि सेना के ट्रक के चालक ने ट्रक नहीं रोका और वह स्कूटी समेत गाड़ी को खींच ले गया था। बाद में लोगों ने पीछा कर उसे रुकवाया था।

एडीएम ने की समझाइश

चौपासनी मंडल अध्यक्ष हेमंत जानयानी ने बताया कि सिंधी समाज के अध्यक्ष लक्ष्मण खेतानी और रामजी तोलानी सहित कई पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे। समाजजन कलेक्टर को मौके पर बुलाकर बात करने के लिए कहते रहे लेकिन प्रशासन की तरफ एडीएम राजेन्द्र डागा मौके पर पहुंचे,जिसके बाद परिजन व समाजजन माने और शव ले जाने के लिए तैयार हुए।

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