नागौर सांसद हनुमान बेनिवाल और सीआरपीएफ के अधिकारियों के साथ चली देर रात तक वार्ता

सीआरपीएफ जवान सुसाइड प्रकरण

  • डीआईजी को सस्पेंड करने के साथ नामजद आरोपियों को गिरफ्तारी की मांग
  • नहीं उठाया अब तक शव
  • कार्रवाई की मांग को लेकर एमजीएच मोर्चरी पर जमा हुए परिजन
  • सीआरपीएफ के एएसआई सहित पांच के खिलाफ आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित किए जाने का आरोप

जोधपुर, शहर के पालड़ी खिंचियान स्थित सीआरपीएफ ट्रेनिग सेंटर में जवान नरेश जाट के सुसाइड का मामला अब तूल पकड़ते दिख रहा है। परिजन ने शव को अब तक नहीं उठाया है। नागौर सांसद हनुमान बेनिवाल मंगलवार की दोपहर में जोधपुर पहुंचे और सीआरपीएफ अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों के साथ देर रात तक वार्ता करते रहे। मगर कोई नतीजा फिलहाल नहीं निकला है।

वार्ता में सीआरपीएफ के आईजी विक्रम सहगल,दोनों जिलों के पुलिस उपायुक्त डॉक्टर अमृता दुहन,गौरव यादव,इधर रालोपा सुप्रीमो व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस मामले को लेकर सर्किट हाउस में करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत की। इसमें मुख्य रूप से डीआईजी और अन्य दोषियों जिनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। सभी की तुरंत प्रभाव से गिरफ्तारी हो। साथ ही उनको अल्टीमेटम भी दिया है कि बुधवार को सभी ऑर्डर कंप्लीट करके आओ तो ही बात होगी। वरना दूसरा रास्ता देखेंगे।

धरने पर बैठे परिजनों से मिलने पहुंचे बेनीवाल

महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर पिता लिखमाराम और अन्य लोग धरने पर बैठ गए। उनसे मिलने मंगलवार अपरान्ह करीब 3 बजे नागौर सांसद व रालोपा सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल एमजीएच मोर्चरी पहुंचे। वहां पर उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया, साथ ही कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ खड़ा होने की भी बात कही। बेनीवाल ने कहा कि देश की रक्षा करने वाले जवान ही सुरक्षित नहीं हैं। विभिन्न अर्द्ध सैन्य बलों में आए दिन आत्महत्याओं के मामले सामने आ रहे हैं।

एसआई विकास कुमार की पत्नी भी पहुंची

गत साल दिसम्बर में सीआरपीएफ में आत्महत्या करने वाले एसआई विकास कुमार की पत्नी कविता भी धरना स्थल पर ही सांसद बेनीवाल से मिलने पहुंची। जहां पर उन्होंने सांसद बेनीवाल को सीआरपीएफ के जवानों के हालात के बारे में जानकारी दी। धरनास्थल पर भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग व अन्य लोग भी मौजूद थे।

इस बीच मोर्चरी के अंदर व बाहर एडीसीपी (पूर्व) नाजिम अली,एसीपी मंडोर राजेंद्र प्रसाद दिवाकर,एसीपी (पश्चिम) चक्रवर्ती सिंह राठौड़, सरदारपुरा थानाधिकारी सोमकरण, भगत की कोठी थानाधिकारी सुनील चारण,करवड़ थानाधिकारी कैलाश दान, यातायात प्रभारी गोविंद व्यास सहित भारी पुलिस बल तैनात था।

इधर मृतक के पिता की तरफ से सीआरपीएफ के एएसआई सतवीरसिंह के अलावा कुछ अन्य लोगों पर आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित किए जाने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दी गई है। पुलिस की तरफ से इसमें अब जांच की जा रही है। परिजन ने शव को फिलहाल उठाने से इंकार किया है और अपने कुछ मांगे रखी हैं।

दर्ज कराई एफआईआर

उसके पिता लिखमाराम द्वारा दी गई एफआईआर में सीआरपीएफ के एएसआई सतवीरसिंह के साथ एचडी
/जीडी बहादुर यादव, एसआई जीडी अर्जुनसिंह,एसी सुशील एवं संजय पर आरोप लगाया गया कि यह लोग नरेश को तंग व परेशान करते थे। नरेश की छुट्टी भी इन लोगों ने बंद करवा दी ऐसा आरोप लगाया है।

डीआईजी से मिलने नहीं दिया गया

नरेश डीआईजी भूपेंद्र सिंह से मिलने भी जाता था, मगर ये लोग उसे सुबह से दोपहर तक बिठाए रखते मगर मिलने नहीं देते थे। उसे नौकरी छोडऩे अथवा मर जाने की धमकी देते थे। वायरल वीडियो में उसने अपनी पुरानी बातों का काफी जिक्र किया है।

एमजीएच में जमा हुए परिजन

पाली जिले के शिवपुरा थानान्तर्गत राजोला गांव के नरेश जाट पुत्र लिखमाराम जाट ने सोमवार की सुबह अपनी सर्विस राइलफ से खुद को गोली मार कर सुसाइड किया था। 24 घंटे बाद भी परिजन ने शव को अब तक नही उठाया है। वे आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग के साथ अन्य डिमांड कर रहे हैं। इसके अलावा प्रकरण में जांच निष्पक्ष तौर पर करने को कहा है। सीआरपीएफ में जांच से उनके साथ भेदभाव किया जा सकता है।

सात सूत्रीय मांग पत्र में यह है डिमांड

मृतक नरेश जाट के परिजन पिता द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर पर नामजद अभियुक्तों को तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार करने, मामले की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज द्वारा कराने, उसकी पुत्री छह साल की कनिष्का को बालिग होने पर अनुकंपा के तहत सरकारी नौकरी देने,उसकी विधवा को आजीवन पेंशन देने, नौकरी के हिसाब से ग्रेच्युटी,फंड, छुट्टी के पैसे की एक मुश्त राशि, पत्नी व माता पिता को नियमानुसार देने, बेटी कनिष्का को स्नातक होने तक की पढ़ाई पूरा खर्चा केंद्रीय रिजर्व बल द्वारा व्यय किए जाने, अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव में सीआरपीएफ के नियमानुसार करने की मांग रखी गई है।

यह है मामला

रविवार की देर शाम छह बजे के आसपास सीआरपीएफ के जवान नरेश जाट ने खुद को पालड़ी खिंचियान स्थित सीआरपीएफ के ट्रेनिंग सेंटर के क्वार्टर में पत्नी व बच्ची के साथ कैद होकर हवाई फायरिंग की थी। 16 घंटे से ज्यादा समय बीतने के बाद उसने सोमवार की सुबह साढ़े 11 बजे के आस पास सर्विस राइफल से सुसाइड कर लिया था। मरने से पहले उसने अपना एक वीडियो भी शेयर किया था।

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