जोधपुर: पुलिस ने नशीलें पदार्थ की डील कर पकड़ा एक लाख के इनामी को
- रेंज पुलिस का ऑपरेशन झंकार
- छह साल से पुलिस को दे रहा था चकमा
- ट्रक पर हैल्पर के रूप में काम करते मिला
जोधपुर(डीडीन्यूज),जोधपुर: पुलिस ने नशीलें पदार्थ की डील कर पकड़ा एक लाख के इनामी को। जोधपुर रेंज की साइक्लोनर टीम ने मादक पदार्थों की तस्करी में कुख्यात एक लाख रुपए के इनामी बदमाश चिमा राम जाट को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। चिमाराम को पकडऩे के लिए टीम ने ऑपरेशन झंकार चलाया था।
आरोपी मध्यप्रदेश और राजस्थान की सरहद पर पकड़ा गया,जहां वह ट्रक का हैल्पर बना हुआ था। पुलिस टीम ने आरोपी से नशीले पदार्थों की डील की बातचीत की। इस दौरान आरोपी की पहचान की पुष्टि हुई। आरोपी के खिलाफ अलग-अलग थानों में डेढ़ दर्जन मामले दर्ज हैं। वह छह साल से फरार चल रहा था।
पुलिस एक साल से कर रही मशक्कत
जोधपुर रेंज के आईजी विकास कुमार ने बताया कि बाड़मेर के लीलसर (चौहटन) निवासी तीस वर्षीय चिमाराम जाट को पकडऩे के लिए पुलिस की टीमें करीब एक साल से मशक्कत कर रही थी। उस पर एक लाख का इनाम था। उसे पकडऩे का यह छठा प्रयास था। उसके बेंग्लुरु से महाराष्ट्र होते ट्रक से आने की जानकारी मिली। टीम ने मध्यप्रदेश और राजस्थान की सीमा पर चिमाराम को पकड़ा,जहां वह ट्रक में हेल्पर बना हुआ था। उसे ढाबे पर पकड़ा।
टीम के सदस्य खुद को तस्कर का गुर्गा बताते हुए बदमाश से मिलने पहुंचे। मादक पदार्थ की डील के बहाने होटल पर बुलाया। मौका देखकर गिरफ्तार कर लिया। पकड़े जाने पर बदमाश ने पहले अपनी पहचान छिपाई,लेकिन बाद में स्वीकार कर ली। उसे बीस जून को पुलिस ने गिरफ्तार किया और 21 जून को जोधपुर लाया गया।
नीलामी की बोलियां लगती थी
आईजी विकास कुमार ने बताया कि चिमाराम तेज गाड़ी चलाने जैसे ड्राइविंग में करतब दिखाता था। क्षेत्र के तस्कर बीरमाराम एवं खरताराम ने उसे अपने साथ जोडऩे के प्रयास किए। इसके मार्फत नशे की खेप मंगाने के लिए उसकी नीलामी की बोलियां लगती थी। एक ट्रिप माल लाने के बीस हजार से एक लाख रुपए तक दिए जाते थे। यह पहले दूसरी गैंगों के लिए काम करता था, फिर खुद का मादक पदार्थ तस्करी का धंधा शुरू किया। बदमाश इतना शातिर था कि तस्कर उसे अपने साथ जोडऩे के लिए नीलामी करते थे। जो सबसे ज्यादा पैसे देता, बदमाश उसी के साथ काम करता था। पुलिस को चकमा देने में भी माहिर था। जब पुलिस उसका पीछा करती,तब वह गाड़ी तेज भगाकर पुलिस को उलझाता और इधर से मादक पदार्थ की खेप पार करवा देता था।
पांचवीं तक पढ़ा लिखा,तीन बार जा चुका है जेल
आरोपी पांचवी तक पढ़ा हुआ है, लेकिन पढ़ाई में मन नहीं लगने पर पानी का टैंकर चलाने लगा। आरोपी इस दौरान ट्रैक्टर चलाकर करतब दिखाता था। इसके चलते आरोपी तस्करों की नजर में आ गया। आरोपी के खिलाफ राजस्थान के विभिन्न थानों में 15 मामले दर्ज हैं। वह तीन बार जेल जा चुका है। कई बार पुलिस पर फायरिंग कर फरार हुआ है। वर्ष 2015 में धोरीमन्ना, 2016 में बाड़मेर सदर, 2018 में नागाणा और 2019 में पाली के सुमेरपुर व बाड़मेर के शिव इलाके में पुलिस पर फायरिंग की। उसका नेटवर्क मारवाड़ से मेवाड़ तक फैला था। दोनों रेंज से 50-50 हजार का इनाम और न्यायालय से स्थाई वारंट जारी थे।
इंटरनेट कॉलिंग करता साउथ के राज्यों में छु़पकर रहता
आईजी के अनुसार आरोपी सिर्फ इंटरनेट कॉल का इस्तेमाल करता और साउथ के राज्यों में छिपकर रहता था। ट्रकों पर घूम-घूम कर तस्करी करता और आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल करता था। पुलिस ने एक साल तक चले ऑपरेशन में कई बार दबिश दी।
बदला लेने के लिए किया था जानलेवा हमला व फायरिंग दो आरोपी गिरफ्तार
गृह प्रवेश,बेटे के जन्म पर गांव में, नीमच के होटल में,गुजरात में नए साल पर,नागपुर में ट्रक पर और जैसलमेर में बहन के ससुराल में तलाश की,लेकिन हर बार वह बच निकला। टीम ने उसके एक गुर्गे पर नजर रखी और मध्य प्रदेश में तस्कर का गुर्गा बनकर पहुंची। जिस दिन आरोपी पकड़ा गया,उस दिन उसके पास हथियार नहीं थे,इसलिए टीम को उसे पकडऩे में सफलता मिली।