श्री पीपलेश्वर महादेव मंदिर श्रीमद्भागवत कथा
जोधपुर,ओल्ड कैम्पस स्थित श्री पीपलेश्वर महादेव मंदिर गौशाला में आयोजित कथा में कथावाचक रामप्रिय दास ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन, रास लीला, कंस वध, चीर हरण तथा कृष्ण रुक्मणी विवाह का प्रसंग सुनाया। विवाह प्रसंग के दौरान भजनों की प्रस्तुति पर महिलाओं ने नृत्य किया।
संत रामप्रिय दास ने कहा कि जब व्यक्ति राग द्वेष का त्याग कर देता है तो ईश्वर बंधन में आ जाते हैं। प्रेम वहीं होता है जहां अभेद दृष्टि होती है, जहां स्त्री, पुरुष और पशु का भेद रहता है वहां भक्ति नहीं होती। सब प्राणियों में भगवत दृष्टि रखना ही मानव धर्म है।
आयोजक शशीलता शर्मा और सुधीर शर्मा ने बताया कि आज कथा में सैनाचार्य अचलानंदगिरी ने भी भाग लिया। उन्होंने भक्तो को आशीर्वचन देते हुए कोरोना से बचाव व नशा मुक्ति का संदेश दिया।