- रंजिश में दिनदहाड़े फायरिंग
- डालीबाई मंदिर चौराहे के पास की घटना
- कार में बैठे हिस्ट्रीशीटर पर फायर
- आई-20 कार में आए,
- सरगर्मी से तलाश
- दस राउण्ड फायरिंग
- हिस्ट्रीशीटर नांदिया घायल
- आठ खोल मिले, नौ फायर कार में लगे
- एक गोली नांदिया को लगी
जोधपुर, शहर के निकट डालीबाई मंदिर चौराहा के समीप गुरूवार की दोपहर एक हिस्ट्रीशीटर ने कार में बैठे दूसरे हिस्ट्रीशीटर पर फायरिंग की। इससे वह घायल हो गया। कमर के बाईं तरफ नीचे गोली लगने से वह लहूलुहान हो गया।
गोली की आवाज सुनकर मिठाई की दुकान पर गए उसके साथी दौडक़र आए और उसे संभाला। उसे तत्काल मथुरादास माथुर अस्पताल ले जाया गया।
सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी अस्पताल में जुटने के साथ मौका तस्दीक में लगे। जिले भर में नाकाबंदी करवाई गई। मगर दोपहर तक बदमाशों का पता नहीं चल पाया।
अतिरिक्ति पुलिस उपायुक्त हरफूलसिंह ने बताया कि बनाड़ के नांदिया हाल चौपासनी हाऊसिंग बोर्ड पुलिस थाना क्षेत्र में रहने वाला विक्रम सिंह नांदिया आज दोपहर साढ़े बारह बजे के आस-पास अपने दो अन्य साथियों को लेकर कार से डालीबाई मंदिर चौराहा के पास में एक मिठाई की दुकान पर आए थे।
उसके साथी मिठाई लेने दुकान पर गए तब विक्रमसिंह कार में ही बैठा रहा। इस बीच बालेसर भाटेलान का राकेश मांजू अपने कुछ साथियों के संग वहां पर पहुंचा और विक्रम पर फायरिंग कर दी। इससे उसके कमर की निचले हिस्से के पास में गोली लगने से घाव हो गया।
गोली की आवाज पर उसके साथी मिठाई की दुकान से दौड़ कर आए उसे संभाला। तब तक राकेश मांजू अपने साथियों के संग भाग निकला। ये लोग आई-20 कार में सवार होकर आए थे।
इधर विक्रम को तत्काल मथुरादास माथुर अस्पताल लाया गया। जहां पर सिटी स्कैन के साथ ऑपरेशन किया जा रहा है। बदमाश राकेश मांजू और उसके साथियों की तलाश में जिले भर में नाकाबंदी करवाई गई है।
एसीपी नीरज शर्मा दिखी एक्टिव
सूचना के साथ ही एसीपी प्रतापनगर नीरज शर्मा एक्टिव हो गई। वह तुरंत अस्पताल पहुंचने के साथ व्यवस्थाओं का संभाला। इधर घायल विक्रम के परिजन आदि भी अस्पताल पहुंच गए। एसीपी शर्मा ने घायल विक्रम को कार से उतारने के साथ स्ट्रेचर पर अंदर तक लेकर गई। वह बुरी तरह लहूलुहान हो गया था।
पुरानी रंजिश का नतीजा
पुलिस ने आरंभिक पड़ताल में बताया कि हिस्ट्रीशीटर कैलाश मांजू का चचेरा भाई राकेश मांजू और विक्रम सिंह नांदिया के बीच लंबे समय से वजूद को लेकर रंजिश चली आ रही है।
राकेश मांजू बालेसर थाने का हिस्ट्रीशीटर है तो विक्रम सिंह नांदिया बनाड़ का हिस्ट्रीशीटर बताया जाता है। दोनों के खिलाफ पूर्व में कई प्रकरण मारपीट, फायरिंग व तस्करी के सामने आ रखे है।
पुरानी अदावत को मिटाने के लिए आज फिर राकेश मांजू को पहले से पता था कि विक्रम वहां पहुंचने वाला है तो वह अपने साथियों को लेकर आ गया और फायरिंग कर मारने का प्रयास किया।
मांजू व नांदिया गैंग की पुरानी अदावत
मांझु व नांदिया गैंग के बीच पुरानी अदावत रही है। दिनेश मांजू की मौत के बाद से इनकी रंजिश परवान चढऩी शुरू हो गई थी। जब जब मौका मिला तो एक दूसरे पर वार ही किया है। राकेश मांजू व कैलाश मांजू की विक्रम सिंह नांदिया से रंजिश के चलते कई बार झगड़ा हुआ, इस बार जान से मारने की नीयत से फायरिंग कर डाली।
मारपीट व फायरिंग आम बात
दोनों के खिलाफ पूर्व में कई प्रकरण मारपीट, फायरिंग व तस्करी के सामने आ चुके हैं। जमीन पर कब्जा सहित तस्करी में वर्चस्व बनाने को लेकर रंजिश बढ़ती गई। मांजू गैंग अपना तो नांदिया गैंग अपना वर्चस्व बनाने में लगी है। पिछले कुछ दिनों से कई मामलों में दोनों का वर्चस्व टकराने की बात सामने आई है।
बंबानी से दोस्ती, मांजू को खल रही
पुलिस के लिए ये भी जांच का एंगल बना है। हिस्ट्रीशीटर दिनेश बंबानी पर पूर्व में राकेश मांजू ने हमला किया था, तब से मांजू गैंग व बंबानी के बीच रंजिश चल रही है।
कुछ समय पहले बंबानी ने नांदिया को साथ ले लिया, तब से विक्रम सिंह नांदिया व बंबानी दोस्त बन गए। तब से नांदिया व मांजू गैंग के बीच अदावत और बढ़ गई।
गुरूवार को रैकी व मुखबिरी से जैसे ही नांदिया की लोकेशन मिली तो राकेश मांजू ने कुछ साथियों के साथ उस पर हमला बोल दिया।
नांदिया जान बचाकर राजीव गांधी नगर थाने पहुंचा था
हिस्ट्रीशीटर नांदिया पर जब फायरिंग हो गई, वो घायल हो गया तो उसके कहने से उसके साथी पहले राजीव गांधी नगर थाने ले गए। ये इसलिए कि बदमाश उसे जान से न मार सकें। डर व भय के कारण वो पुलिस थाने पहुंचा।
पुलिस एस्कॉर्ट करती हुई उसे एमडीएम ले गई। सूचना मिलते ही एसीपी नीरज शर्मा सहित अन्य पुलिस कर्मी भी एमडीएम अस्पताल बीस मिनट पहले ही पहुंच गए, उनके पहुंचने के बाद घायल नांदिया को अस्पताल लाया गया।
हथियार चलाना मामूली बात
हिस्ट्रीशीटर राकेश पर कुल 6 मुकदमें दर्ज हैं। जिनमें हत्या के प्रयास, मारपीट, अपहरण, हथियार रखना व सप्लाई करना तथा गाड़ी को आग लगा देना संगीन मामले दर्ज हो रखे है। जबकि हिस्ट्रीशीटर नांदिया के खिलाफ कुल 24 मामले दर्ज हैं।
जिनमें हत्या का प्रयास, मारपीट, आर्म्स एक्ट, पुलिस पर हमला, अवैध हथियार जैसे प्रकरण दर्ज है। आरोपी नांदिया के खिलाफ महामंदिर, सरदारपुरा, सूरसागर, शास्त्री नगर, चौहाबो, खेड़ापा, रातानाडा, डांगियावास, बोरानाडा, देव नगर व देचू सहित अन्य थानों में मामले दर्ज है।
दस राउण्ड हुई फायरिंग
डीसीपी आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि घटनाक्रम में नौ दस राउण्ड फायर किए गए हैं। आठ खोल तो मौके पर मिले हैं। कार पर भी नौ छेद नजर आए हैं। फायरिंग से कार के शीशे भी फूट गए।