क्या यहां न्याय भी तुष्टीकरण की भेंट चढ़ गया- शेखावत

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने पचारवाली में एक पिता के आत्महत्या करने के मामले में गहलोत सरकार से पूछे सवाल

जयपुर, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पूछा कि यह बहुत बड़ा सवाल है गहलोत सरकार के सामने कि उसकी बनाई कानून व्यवस्था में न्याय का अर्थ क्या है?
भादरा के पचारवाली की घटना का जिक्र करते हुए शेखावत ने कहा कि एक पिता को अपनी बेटी को भगा ले जाने की रिपोर्ट लिखवाना इतना महंगा पड़ता है कि उसे आत्महत्या करनी पड़ती है? इतना डराया जाता है कि उसे अपनी ही जान लेने के सिवा कोई रास्ता नहीं दिखता, कोई मदद नहीं मिलती?

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि क्या उसे पुलिस के पास जाने की सजा मिली? राजस्थान में इस तरह के मामले बढ़ रहे हैं, क्या यहां न्याय भी तुष्टीकरण की भेंट चढ़ गया है? बाड़मेर के बालोतरा में बीजेपी पार्षद कांतिलाल पर हुए जानलेवा हमले पर शेखावत ने कहा कि यह एक षड्यंत्र है। निर्वाचित जनप्रतिनिधि को अपराधियों द्वारा लक्षित किया जाना पुलिस की कमजोरी को उजागर करता है। उन्होंने घटना की तटस्थ जांच की मांग करते हुए कहा इसकी गंभीरता की अनदेखी नहीं की जा सकती।

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