• हिस्ट्रीशीटर पर फायरिंग का मामला
  • पुलिस की टीमों ने घेरा
  • भागने लगा तो पकड़ा गया
  • किराए के मकान में रह रहा था

जोधपुर, शहर के डालीबाई मंदिर डीपीएस सर्किल के पास शिवरात्रि के दिन हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह नांदिया पर फायरिंग कर फरार चल हुए हार्डकोर अपराधी राकेश मांजू को गुजरात के डीसा से गिरफ्तार कर पुलिस लेकर आई है। कमिश्ररेट जिला पश्चिम की तीन टीमें इसमें लगी। वह डीसा में एक मकान में किराए पर रह रहा था।

पुलिस उसकी बराबर लोकेशन जांच रही थी। वह रात को भागने लगा तब उसे घेराबंदी में पकड़ा जा सका। फिलहाल उसके पास किसी प्रकार का हथियार बरामद नहीं हो पाया है। चौपासनी हाऊसिंग बोर्ड पुलिस अब इससे गहन पड़ताल कर रही है।

Hardcore criminal Rakesh Manju arrested in Deesa

पुलिस उपायुक्त पश्चिम आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि गत 11 मार्च शिवरात्रि पर हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह नांदिया पर फायरिंग हुई थी। चार पांच बदमाशों ने उसकी कार पर फायर कर फरार हुए थे। इसमें हार्डकोर अपराधी राकेश मांजू का हाथ सामने आया था। ये लोग एक कार में सवार होकर आए और हमला किया था। फायरिंग में विक्रम नांदिया के कमर की नीचे गोली लगी थी। राकेश मांजू के तीन साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। मगर वह खुद फरारी काट कर रहा था। पुलिस की टीमें बराबर उसके पीछे लगी हुई थी।

Hardcore criminal Rakesh Manju arrested in Deesa

गुजरात में होने की मिली सूचना

पुलिस को मुखबिरी सूचना मिली कि राकेश मांजू गुजरात की तरफ है। इस पर पुलिस की टीमों का गठन किया गया। तीन टीमों को गुजरात के अलावा महाराष्ट्र व तमिलनाडू भेजा गया। मगर उसकी लोकेशन गुजरात के डीसा में होने का पता चली। पुलिस की टीमों में चौपासनी हाऊसिंग बोर्ड थानाधिकारी लिखमाराम, राजीव गांधी नगर थानाधिकारी मूल सिंह भाटी एवं देवनगर थानाधिकारी सोमकरण लगी रही।

एक मकान में किराए के कमरे पर ठहरा था

पुलिस उपायुक्त आलोक  श्रीवास्तव  के अनुसार राकेश मांजू डीसा में एक मकान में किराए के कमरे रह रहा था। पुख्ता जानकारी होने पर आस पास के एरिया में घेराबंदी करवाई गई। पुलिस ने जब उसके कमरे पर दस्तक दी तब वह भागने लगा था। मगर घेराबंदी होने से वह बच नहीं पाया और पकड़ में आ गया। उसके पास कोई हथियार वक्त घटना नहीं मिला।

यह है मामला

11 मार्च शिवरात्रि के दिन में हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह नांदिया अपने दो तीन साथियों के संग डीपीएस सर्किल पर कार में पहुंचा था। जहां पर वह कार में बैठा हुआ था और साथी एक दुकान पर प्रसाद लेने के लिए गया हुआ था। ये लोग मंदिर जा रहे थे। तब राकेश मांजू और उसके साथी वहां पहुंचे और विक्रम नांदिया पर फायरिंग कर दी। तब तत्काल उसे मथुरादास माथुर अस्पताल लाया गया था। बाद मेें पुलिस ने प्रकरण में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।

पुरानी अदावत का नतीजा

हार्डकोर अपराधी कैलाश मांजू और हिस्ट्रीशीटर दिनेश बंबानी के बीच रूपयों के लेन देन का विवाद चला आ रहा था। दिनेश बंबानी और विक्रम सिंह के बीच गठजोड़ के बाद कैलाश मांजू को रास नहीं आ रहा था। तब उसने अपने चचेरे भाई राकेश मांजू का सहारा लिया। बीच में कैलाश मांजू जमानत पर आया हुआ था। उसके जेल जाने के बाद विक्रम नांदिया पर हमला हुआ। पुलिस अब राकेश मांजू से गहन पड़ताल के साथ उसे दोपहर बाद कोर्ट में पेश कर रिमाण्ड पर भी लेगी। फिलहाल उसकी कोविड जांच भी करवाई जाने की तैयारी की जा रही है।