सरकार,मंत्री और प्रशासन अबोध बेटी की पीड़ा को समझते हैं पिकनिक का अवसर-शेखावत
- केंद्रीय मंत्री ने अलवर गैंगरेप मामले पर राज्य सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल
- शेखावत ने जोधपुर निवास पर दो घण्टे जनसुनवाई की
- अहमदाबाद होते हुए दिल्ली पहुंचे
जोधपुर, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अलवर में मूक बधिर बालिका से दुष्कर्म मामले में राज्य सरकार के मंत्री और अफसरों की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।
शेखावत ने रविवार को जोधपुर निवास पर क़रीब दो घंटे तक आमजन से मुलाकात कर जन सुनवाई की। इसके बाद विशेष विमान से अहमदाबाद रवाना हुए। बाद में वहां से दिल्ली पहुंचे।
रविवार को शेखावत ने कहा कि एक तरफ नाबालिग बिटिया से हुए दुष्कर्म के विरोध में समूचा अलवर जिला बंद रहा और आम जनता ने अपनी दिनचर्या रोक दी, दूसरी ओर राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री टीकाराम जूली अलवर जिला कलेक्टर और एसपी समेत कई अधिकारियों को लेकर सरिस्का अभयारण्य घूमने को निकले थे। उन्होंने कहा कि मतलब ये सरकार, उसके मंत्री और उसका प्रशासन एक अबोध बेटी की पीड़ा को पिकनिक का अवसर समझते हैं। इनके लिए समाज की करुणा, उसका दुःख और उसका रोष जैसे रोज की बात है।
केंद्रीय मंत्री ने पूछा कि क्यों गहलोत जी क्या आप भी यही सोचते हैं कि यह सब तो चलता रहता है, ऐसे मामलों पर ज्यादा ध्यान देना नहीं चाहिए? शेखावत ने कहा कि मंत्री टीकाराम जूली की संवेदना और कर्तव्य बोध का निर्णय अब जनता को ही करना होगा।
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