गहलोत को कुर्सी बचाने के तरीके आते हैं लेकिन अबला की अस्मत बचाने के नहीं-पूनिया
जोधपुर, राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया रविवार सुबह जोधपुर पहुंचे। नई जिम्मेदारी मिलने के बाद पहली बार जोधपुर आने पर कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कुर्सी बचाने के तरीके आते हैं लेकिन अबला की अस्मत बचाने के नहीं।
उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत ने राजस्थान की पुलिसिंग को पूरी तरह से कमजोर कर दिया है। पुलिस महकमे को मजबूत करने या उस में नवाचार करने के लिए राजस्थान में कोई कदम नहीं उठाया। गृह विभाग में पुलिसिंग पर जो बजट खर्च होता है वह महज 3 प्रतिशत है।
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उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम से लेकर धरातल पर होने वाले अपराधों को रोकने के लिए पुलिस के पास कोई प्लान नहीं है। घटनाओं को रोकने में सरकार गंभीर नहीं। उन्होंने कहा-थानागाजी की घटना से लेकर पचपदरा की घटना तक का यदि सीक्वेंस देखेंगे तो लगता है कि सरकार ने इन घटनाओं को रोकने के लिए कोई गंभीर कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि पचपदरा की घटना में पीडि़तों से मिलने के लिए आए हैं। सरकार ने काफी प्रयत्न करें समझौता तो करवा दिया लेकिन पीडि़तों के परिवार का दर्द कोई नहीं जान सकता।
भाजपा संगठन ने भी कमेटी बनाई, दो जुदा नहीं
पचपदरा मामले में भाजपा संगठन ने भी एक कमेटी बनाई है और उससे अलग जाने के सवाल पर बोले कि कमेटी के सभी सदस्य सर्किट हाउस जोधपुर आएंगे और यहां से सभी साथ ही जाएंगे।
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