मेले हमारी आस्था व संस्कृति के थाती हैं- बोराणा

मेला प्राधिकरण के नव नियुक्त उपाध्यक्ष रमेश बोराणा ने अपने पद का कार्यभार संभालने के बाद पहली बार प्रदेश के प्रमुख मेलों की व्यवस्था व प्रबंधन का निरीक्षण व पर्यवेक्षण हेतु व्यापक दौरे प्रारम्भ किए हैं।
इसी मिशन के तहत बोराणा ने मंगलवार को बीकानेर के अंतरार्ष्ट्रीय उष्ट्र महोत्सव के मेला स्थल का निरीक्षण किया। आज सीकर जिले के लक्खी मेले खाटू श्यामजी में दर्शन लाभ के बाद पूरे मेला क्षेत्र का अवलोकन कर सुविधाओं की जानकारी ली।

उन्होंने मेले में आ रहे भक्त जनों से बात भी की। इसके बाद बोराणा ने मेला अधिकारी कार्यालय में मेले से सम्बंधित प्रशासन व पुलिस अधिकारियों से विस्तृत चर्चा कर मेले में मिले फीडबेक के आधार पर सुधार के आवश्यक निर्देश भी दिए। खाटू श्यामजी मंदिर के महंत मोहनदास ने बोराणा से भेंट कर उन्हें बाबा का आशीर्वाद दिया। मेले के पश्चात क्षेत्र में वर्ष पर्यंत आने वाली कुछ जन सुविधाओं के निराकरण जानकारी भी दी।

मेले हमारी आस्था व संस्कृति के थाती हैं- बोराणा

इस अवसर पर बोराणा ने प्रेस से बात करते हुए कहा कि मेले हमारी आस्था व संस्कृति की थाती हैं, इनका उचित संरक्षण व प्रबंधन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भावना व निर्देश है कि प्रदेश धार्मिक व तीर्थाटन सहित सभी मेलों में श्रद्धालुओं व आमजन को यातायात,आवास,सड़कें, बिजली, पानी, सुरक्षा, चिकित्सा सहित किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।

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