जोधपुर, एम्स अस्पताल में पूर्ण रूप से कटे हुए हाथ को जोडऩे में सफलता मिली है। प्लास्टिक सर्जरी विभाग के सह आचार्य डॉ. प्रकाश चन्द्र काला ने बताया के 5 जनवरी 2021 को शाम करीब 6 बजे इम्तियाज नामक व्यक्ति जब फैक्ट्री में काम कर रहा था, उसी समय उसके दायें हाथ पर काम के दौरान मशीन गिर गयी। मशीन गिरने से पूरा दाहिना हाथ कोहनी तक शरीर से अलग हो गया। फैक्ट्री में काम करने वाले साथी कटे हुए हाथ के साथ तुरन्त उसको एम्स के आपातकालीन विभाग में लेकर आए। यहां पर प्लास्टिक सर्जरी विभाग द्वारा मरीज को चेक किया गया चूंकि इस तरह के मरीजों में समय बहुत महत्वपूर्ण होता है अत: मरीज को तुरन्त आपरेशन थियेटर में शिफ्ट किया गया। वहां प्लास्टिक सर्जरी विभाग ने दो टीम बनाकर दोनों हिस्सों की साफ सफाई की एवं महत्वपूर्ण हिस्सों की पहचान की गई। इसके बाद आर्थोपेडिक सर्जन द्वारा हड्डी को जोड़ा गया। हड्डी फिक्स होने के बाद प्लास्टिक सर्जरी शुरू की गयी। यह ऑपरेशन करीब 10 घण्टे चला। सबसे पहले खून की नसों को जाड़ा गया। एक बार खून का दौरा स्थापित होने के बाद बाकी महत्वपूर्ण हिस्सों को जैसे नर्व, टेन्डन इत्यादि को जोड़ा गया। इस तरह के ऑपरेशन काफी जटिल होते है, इसके लिए विभिन्न विशेषज्ञों की टीम की जरूरत पड़ती है। प्लास्टिक सर्जरी टीम में डॉ प्रकाशचन्द्र काला डॉ. पवन दीक्षित, डॉ. दीप्ती, डॉ. अनिकेत, डॉ. सौरभ, डॉ. सुरेश शामिल थे। आर्थोपेडिक टीम में डॉ. सुमित बनर्जी, डॉ. जसवन्त एवं एनेस्थिशिया में डॉ. स्वाति एवं डॉ. रक्षा ने योगदान दिया। नर्सिंग स्टॉफ में प्रवीण, दिनेश ने योगदान दिया। अब भविष्य में मरीज अपने हाथ से सामान्य रूप से कार्य कर पाएगा।