धवा डाकघर में लगे कार्मिक पर 2.50 लाख रुपए गबन का आरोप
- प्रविष्ठियों में वाइटनर लगाकर हिसाब किताब खुर्दबुद किया
जोधपुर(डीडीन्यूज),धवा डाकघर में लगे कार्मिक पर 2.50 लाख रुपए गबन का आरोप। निकटवर्ती झंवर स्थित धवा शाखा डाकघर में कार्यरत एक कार्मिक ने अपने कार्यकाल की 16 माह की अवधि में गबन किया। उस पर आरोप है कि उसने 2.50 लाख रुपयों को गबन किया और प्रविष्ठियों में छेड़छाड़ करते हुए उन्हें वाइटनर से साफ कर दिया।
जब ऑडिट चैकिंग हुई तब इसका खुलासा हुआ। अब डाक विभाग प्रबंधन की तरफ से कार्मिक के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करवाया गया है। मामला डाक अधीक्षक विभाग के देवाराम पुत्र हरचंद राम की तरफ से दर्ज कराया गया है। पुलिस की तरफ से इसमें अब जांच आरंभ की गई है।
रिपोर्ट में आरोप है कि जीवाराम पूनिया पुत्र नेनाराम पूनिया ग्रामीण डाक सेवक शाखा डाकपाल (पुट ऑफ ड्यूटी) धवा शाखा डाकघर लेखा कार्यालय पाल द्वारा धवा (पाल) शाखा डाकघर स्थित सुकन्या समृद्धि खार्ती,बचत बैंक खातों और आवर्ती जमा खातों के जमाकर्ताओं द्वारा जमा की जाने वाली राशि को उनके खातों की पासबूकों में अपने हस्ताक्षरयुक्त फर्जी/झूठी प्रविष्टियों करके धवा शाखा डाकघर में कार्यरत रहते हुए 2लाख 50 हजार 400 रुपए की सरकारी राशि का गबन किया गया। वर्ष 2022 के वार्षिक निरीक्षण के समय शाखा डाकघर धवा में इस प्रकार की अनियमितताएं होना पाई गई थी।
जोधपुर: कांस्टेबल की शहादत के बाद जागा पुलिस प्रशासन बजरी माफियाओं के खिलाफ 85 किमी तक सर्च
इस प्रकार किया गया गबन
शाखा डाकघर के सुकन्या समृद्धि खातों,आवर्ती जमा खातों एंव बचत बैंक खातों की पासबुक में डाकपाल द्वारा जमा राशि की प्रविष्टि करके सरकारी मद में हिसाब में नहीं लेने और कई प्रविष्टियाँ सफेदी वाइटनर लगाकर मिटाये जाने के मामले प्रकाश में आए। जिसमें लगभग 44 सुकन्या समृद्धि खातों में रुपए 2,03,800 राशि का,07 आवर्ती जमा खातों में रुपये 10,600 की राशि का और 02 बचत बैंक खातों में रुपये 36000 राशि का दुर्विनियोजन किया गया। इस प्रकार कुल मिलाकर 2 लाख 50 हजार 400 रुपए का गबन किया गया।
इस अवधि में किया गबन
जीवाराम पूनिया शाखा डाकपाल धवा (पाल) ने 19 अप्रेल 2021 से 10 अगस्त 2022 तक शाखा डाकपाल धवा (पाल) के पद पर कार्यरत होने के समय सुकन्या समृद्धि योजना,आवर्ती जमा खाता योजना और बचत बैंक के खातों की पासबुक में जमा की फर्जी प्रविष्टियाँ दिखाकर तथा असपष्ट तारीख मोहर लगा दी गई। राशि का गबन उक्त अवधि में किया गया।