Developing understanding of disaster management is the main objective- Collector

आपदा प्रबंधन की समझ विकसित करना प्रमुख उद्देश्य-कलक्टर

-सालावास IOC डिपो पर मॉक ड्रिल का सफल आयोजन
-ऑपरेशन अभ्यास के तहत आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए हुई मॉकड्रिल
-मौके पर पहुंचे क्विक रिस्पांस टीम – एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड के साथ अधिकारी
-हवाई हमले की आपातकालीन स्थिति में राहत,बचाव व सुरक्षा व्यवस्था के उपायों को परखा

जोधपुर(डीडीन्यूज),आपदा प्रबंधन की समझ विकसित करना प्रमुख उद्देश्य-कलक्टर। राज्य सरकार के निर्देशानुसार एवं मुख्य सचिव, राजस्थान जयपुर के मार्गदर्शन में बुधवार को जोधपुर के सालावास स्थित इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOC) डिपो पर एक आपातकालीन मॉक अभ्यास (Mock Drill) का आयोजन किया गया।

आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए ऑपरेशन अभ्यास को लेकर जिला प्रशासन सतर्क

एयरफोर्स की सूचना पर शुरू हुई आपदा प्रतिक्रिया प्रक्रिया:-
मध्यान्ह 4 बजे एयरफोर्स मुख्यालय, जोधपुर द्वारा नागरिक सुरक्षा कंट्रोल रूम को सूचित किया गया कि आईओसीएल टर्मिनल पर एयर क्राफ्ट द्वारा हमला हुआ है। इस सूचना के बाद जोधपुर नगर निगम क्षेत्र में स्थापित सभी 18 सायरनों के माध्यम से आमजन को चेतावनी जारी की गई।

सभी आकस्मिक सेवा विभागों को किया गया सक्रिय:-
घटना की सूचना मिलते ही नागरिक सुरक्षा विभाग की रेस्क्यू टीम को तत्काल राहत एवं बचाव कार्य हेतु रवाना किया गया। पुलिस कन्ट्रोल रूम जोधपुर द्वारा सभी आकस्मिक सेवा विभागों पुलिस,चिकित्सा, अग्निशमन,एसडीआरएफ इत्यादि को अलर्ट कर दिया गया।

घायलों को प्राथमिक और उन्नत चिकित्सा सेवा प्रदान की गई:-
नागरिक सुरक्षा बचाव दल द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर पहुंचे घायलों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इनमें से 8 व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया जबकि 2 अति गंभीर घायलों को उच्च चिकित्सा संस्थान में रेफर किया गया।

कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ विदेश सचिव ने की प्रेस ब्रीफिंग

आपदा प्रबंधन की समझ विकसित करना प्रमुख उद्देश्य:-
जिला कलक्टर ने बताया कि इस मॉक ड्रिल का प्रमुख उद्देश्य प्रशासनिक विभागों की आपसी समन्वय,त्वरित प्रतिक्रिया और कार्यकुशलता का परीक्षण करना था। इसके साथ ही आमजन, विशेषकर विद्यार्थियों और युवाओं में आपदा प्रबंधन की समझ विकसित करना भी एक अहम लक्ष्य रहा। जिला कलक्टर ने अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं की सुदृढ़ता के लिए आवश्यक दवाओं,एंबुलेंस की तत्परता और पर्याप्त मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। अग्निशमन विभाग को अपने वाहनों और उपकरणों के संचालन के लिए सतर्क रहने को कहा।

मॉक ड्रिल में जोधपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त उत्साह चौधरी,अतिरिक्त जिला कलक्टर (द्वितीय) सुरेन्द्र राजपुरोहित, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर उदयभानु चारण सहित पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।