आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग, सर्व समाज का एमडीएम मोर्चरी के बाहर धरना प्रदर्शन

खुशबू राजपुरोहित दहेज हत्या प्रकरण

जोधपुर(दूरदृष्टीन्यूज),आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग, सर्व समाज का एमडीएम मोर्चरी के बाहर धरना प्रदर्शन। शहर के पावटा सी रोड पर रहने वाली खुशबू राजपुरोहित की संदिग्ध हालात में मौत के बाद आज दूसरे दिन भी उसका शव एमडीएम मोर्चरी में पड़ा रहा। पुलिस ने दहेज हत्या का प्रकरण दर्ज कर कल उसके पति को हिरासत में लिया था। मगर परिजन ससुराल पक्ष के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े है।

राजपुरोहित समाज ने सर्व समाज को साथ लेकर आज एमडीएम अस्पताल मोर्चरी के बाहर धरना देकर प्रदर्शन किया। फिलहाल उसका शव नहीं उठाया गया है। पुलिस भी धरनास्थल पर पहुंची है। परिजन ने जहर देकर मारने का आरोप लगाया था। मामले का खुलासा जांच के बाद ही हो पाएगा।

गौरतलब है कि मृतका के भाई पाली जिले के रोहट स्थित धरमधारी निवासी इंद्रजीत सिंह ने महिला थाना (पूर्व) में रिपोर्ट दी थी। इसमें पति हर्षित सिंह,ससुर चंद्र सिंह उर्फ चंदन सिंह, सास मंजू देवी, जेठ अंकित सिंह व ननद साक्षी के खिलाफ दहेज के लिए तंग व प्रताड़ित,मारपीट करने और जहरीला पदार्थ खिलाकर जान से मारने का प्रयास करने का आरोप लगाया। खुशबू की मौत के बाद एफआईआर में दहेज हत्या की धारा भी जोड़ी गई है। पुलिस ने पति हर्षित सिंह राजपुरोहित को रात तक हिरासत में ले लिया। मृतका के परिजन और समाज के लोग ससुराल पक्ष के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एमडीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे हैं। इधर शनिवार को परिजन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे।

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साल 2022 में हुई थी शादी 
पाली के रोहट स्थित धरमधारी निवासी इंद्रजीत सिंह ने रिपोर्ट में बताया कि 2 मई 2022 को खुशबू की शादी हर्षित से हुई थी। वह जयपुर में सोलर कंपनी में काम करता है। शादी में पिता ने हैसियत के मुताबिक दहेज दिया था,मगर वे उसके बाद भी दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। पति जब भी जयपुर से आता। तब वह मारपीट करता था।

मां व भाई को बताया था प्रताडि़त करना 
गत 20 जून को खुश्बू ने पीहर जाकर मां और भाई को उसके साथ हो रही प्रताड़ना के बारे में बताया। तब समाज स्तर पर बातचीत से रास्ता निकाल ससुराल पक्ष ने दुबारा इस तरह की कोई बात नहीं होने का भरोसा दिलाया था। खुशबू को गत 20 अक्टूबर को उसे ससुराल भेजा। ससुराल जाने के दूसरे ही दिन खुशबू ने भाई को फोन कर जान से मारने की आशंका जताई थी। भाई उसे दूसरे दिन लेने के लिए जाने वाला था। इस बीच दोपहर में ससुर ने खुशबू की तबीयत खराब होने व अस्पताल ले जाने के बारे में सूचना दी।