सीआरपीएफ सबइंस्पेक्टर ने पेड़ पर फंदा लगाकर दी जान

  • दो माह पहले हुआ था प्रमोशन
  • सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र पालड़ी खिंचियान ग्राउण्ड की घटना
  • मेडिकल बोर्ड से कराया पोस्टमार्टम

जोधपुर,सीआरपीएफ सबइंस्पेक्टर ने पेड़ पर फंदा लगाकर दी जान। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के प्रशिक्षण केंद्र पालड़ी खिंचियान के ग्राउण्ड में हाल में ही प्रोमोट हुए सबइंसपेक्टर ने गुमठ के पेड़ पर रस्सी का फंदा डालकर अपनी जान दे दी। आत्महत्या का कारण पता नहीं चला है।

पुलिस को कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। शव का आज दोपहर में एमजीएच में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया। वे मूल रूप से मध्यप्रदेश के रहने वाले थे।

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सूरसागर पुलिस थाने के सबइंस्पेक्टर मानाराम ने बताया कि मूलत: मध्यप्रदेश के मुरैना स्थित मेनकापुरा हाल सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र पालड़ी खिंचियान में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 55 वर्षीय जीडी शिशुपाल पुत्र अमरसिंह ने प्रशिक्षण के ग्राउण्ड में गुमठ के पेड़ पर रस्सी का फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। उनके आत्महत्या का कारण पता नहीं चला है।

घटना 1-2 दिसम्बर की रात के बीच की है। 2 दिसम्बर की सुबह इस बारे में ग्राउण्ड के अनुभाग दो में जब जीडी अरूण कुमार पहुंचे तब इसका पता लगा। इस पर पुलिस को सूचना मिलने पर वहां पहुंची। शव को बाद में एमजीएच की मोर्चरी में रखवाया गया। आज उनके परिजन के आने पर शव का एमजीएच में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया।

अक्टूबर में हुआ था प्रोमोशन 
एसआई मानाराम ने बताया कि मृतक जीडी शिशुपाल का अक्टूबर में सबइंस्पेक्टर के पद पर प्रोमोशन हुआ था। वे जुलाई 23 से यहां पालड़ी खिंचियान में प्रशिक्षण केंद्र के कैंप में अपनी पत्नी संग रह रहे थे। उनका एक पुत्र मध्यप्रदेश पुलिस में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत है।

30 नवंबर को बिगड़ी थी तबीयत 
आरंभिक पड़ताल में सामने आया कि 30 नवंबर को उनकी कैेंप में अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। तब कैंप में ही बने अस्पताल में उनका उपचार किया गया। फिर अपने कैंप में चले गए थे। 1 दिसमबर को ड्यूटी पर रहे थे। फिर से तबीयत बिगडऩे पर अस्पताल गए। 1 दिसम्बर को अपने कैंप नहीं लौटे और 2 दिसम्बर की सुबह उनके फंदा लगाने की सूचना मिली।

फिलहाल सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र के सबइंस्पेक्टर सत्यनारायण की तरफ से मर्ग में रिपोर्ट दी गई है। परिजन की तरफ से दी जाने वाली रिपोर्ट पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।