जोधपुर, संभाग के जालोर जिले के सांचौर उपखंड के लाछड़ी गांव में गुरुवार को नए खोदे गए एक बोरवेल में चार वर्ष का बालक गिर गया। कड़ी मशक्कत के बाद रात को बच्चे को निकाल लिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार नन्हे अनिल देवासी उम्र 4 साल का सांचौर के पास लाछड़ी गांव में उसके ही खेत में खोदे कच्चे ट्यूबवेल से आखिरकार 18 घण्टे की कड़ी मशकत के बाद रात्रि 2.30 बजे सफलतापूर्ण रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाल लिया गया।
बच्चे को प्राथमिक उपचार दिया गया जिसके बाद वह पूर्ण रूप से स्वास्थ है। इस रेस्क्यू में माधाराम सुथार, कुका मेड़ा का जुगाड़ कारगर तकनीकी से आखिरकार सफलता मिली, साथ में प्रयास करने वाले केवल मथानिया,एसडीआरएफ,एनडीआरएफ की टीम, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला प्रशासन का पूर्ण सहयोग रहा।
उल्लेखनीय है कि करीब 90 फीट की गहराई तक खोदे गए बोरवेल के ऊपर से लोहे की तगारी से ढ़ंका हुआ था। बच्चा खेल-खेल में इसे हटाकर अंदर देख रहा था। इस दौरान पांव फिसलने से वह अंदर जा गिरा। सूचना मिलते ही आला अधिकारी मौके पर पहुंचे जिसके बाद राहत कार्य शुरू करवाया गया। एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। जबकि गुजरात से एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया। घटना लाछड़ी गांव में नगाराम देवासी के खेत की है जहां नया बोरवेल खुदवाया गया था।
कच्चे बोरवेल को ऊपर से ढंका हुआ था। गुरुवार सुबह करीब सवा दस बजे नगाराम के चार वर्ष का बेटा अनिल खेलते हुए बोरवेल को अंदर से देखने का प्रयास करने लगा। इस दौरान संतुलन बिगड़ा और वह अंदर जा गिरा। निकट ही खड़ा एक परिजन उसे अंदर गिरते देख जोर से चिल्लाया। तब तक काफी देर हो चुकी थी। थोड़ी देर में मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। प्रशासन व पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
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उपखण्ड अधिकारी भूपेंद्र यादव, तहसीलदार देसलाराम, ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी ओमप्रकाश सुथार, पुलिस उपाधीक्षक वीरेन्द्र सिंह, थानाधिकारी प्रवीण आचार्य, सरपंच दिनेश राजपुरोहित मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत एक ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की और एक नली के माध्यम से बोरवेल में ऑक्सीजन छोडऩा शुरू कराया। बच्चा ऊपर से नजर आ रहा था। जो कुछ बोल भी रहा है। बोरवेल में कैमरा डाला गया है। रस्सी से पानी की बोतल पहुंचाई, जिसके बाद बच्चे ने पानी पिया। आखिर सभी की मेहनत रंग लाई और बच्चे को 18 घण्टे की कड़ी मेहनत से सुरक्षित निकाल लिया गया।