मुख्यमंत्री ने दिए अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित राहत पहुंचाने के निर्देश
- मुख्यमंत्री प्रदेश में अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों की कर रहे हैं निगरानी
- प्रदेश वासियों से बचाव के लिए सावधानियां बरतने की अपील
- जिला प्रशासन द्वारा बचाव व राहत कार्य जारी
जयपुर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में हरसंभव और त्वरित राहत पहुंचाने के लिए जिला प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने राहत कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आपदा प्रबंधन गतिविधियों को और तेजी से बढ़ाने के लिए निर्देशित किया।
गहलोत ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि बारिश के इस मौसम में सावधानी बरतें। भारी बारिश, आकाशीय बिजली एवं अन्य प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए भी पूरी सावधानी बनाए रखें। उन्होंने जलाशयों से दूर रहने के लिए भी अपील की।
गहलोत जोधपुर जिले में भारी वर्षा से उत्पन्न स्थितियों में राहत और बचाव को लेकर गंभीर हैं। जोधपुर सहित पूरे प्रदेश में राहत कार्यों की हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। लगातार जिला प्रशासन से सम्पर्क कर नियमित जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर जिला प्रशासन द्वारा अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में मिशन मोड पर राहत कार्यों को अंजाम देने और अपील के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
उन्होंने जोधपुर जिले में हुई भारी बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। तेज बारिश को देखते हुए जिला कलक्टर,जोधपुर द्वारा सभी राजकीय और निजी विद्यालयों में 26, 27 एवं 28 जुलाई को अवकाश घोषित किया गया।
बचाव व राहत कार्यों को लेकर जिला प्रशासन जोधपुर अलर्ट मोड पर है। आपदा प्रबंधन में जुटे अधिकारियों द्वारा जिले में राहत कार्य कराए जा रहे हैं। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता, पुलिस आयुक्त रवि दत्त गौड़ सहित प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा शहर की गलियों और जलभराव क्षेत्रों का दौरा किया गया। समसामयिक स्थितियों और आमजन द्वारा अतिवृष्टि से उत्पन्न समस्याओं का समाधान कराया जा रहा है। जिला कलक्टर द्वारा नगर निगम एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों को जल्दी से जल्दी सुधार कार्य कराने,पानी निकासी के लिए सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
इंदिरा रसोई के जरिए भोजन की व्यवस्था
जिला प्रशासन द्वारा जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के लिए इन्दिरा रसोई के जरिए भोजन पैकेट्स की व्यवस्था की जा रही है। अतिवृष्टि के मद्देनजर संभाग मुख्यालय पर कलक्ट्रेट एवं नगर निगम स्तर पर एक-एक नियंत्रण कक्ष 24 घंटे संचालित है। जोधपुर जिला प्रशासन एवं विभिन्न विभागों की संभावित बाढ़ नियंत्रण कार्ययोजना के अंतर्गत एहतियात के तौर पर एसडीआरएफ भी तैनात है। असुरक्षित मकानों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा कर जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
सहायता राशि के लिए जिला प्रशासन को निर्देश
मुख्यमंत्री ने जोधपुर की बावड़ी तहसील में जलभराव में डूबने से चार बच्चों की मृत्यु पर दुःख जताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना के अन्तर्गत मृतक बच्चों के परिजनों को 5 लाख रूपये प्रति परिवार और घायल एक बच्चे के परिजनों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 20 हजार रूपये सहायता राशि दिलाने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए।
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