तपजप आराधना-साधना के साथ चातुर्मास संपन्न

जोधपुर, श्रीजैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक तपागछ संघ के तत्वाधान में आयोजित चार माह के चातुर्मास तप- जप, आराधना-साधना के साथ संपन्न होने पर तपागछ संघ व चातुर्मास लाभार्थी ने सभी का आभार जताया है। 19नवम्बर कार्तिक पूर्णिमा की भाव यात्रा कर साध्वीवृंद चातुर्मास स्थान परिवर्तन करेंगी। संघ प्रवक्ता धनराज विनायकिया ने बताया कि नगर के रत्न प्रभ धर्म क्रिया भवन में तप आराधिका साध्वी दर्शनरेखाश्री, पुष्पाश्री चातुर्मास लाभार्थी श्राविका वल्लभ कंवर, उगमराज, विनोद कुमार मेहता परिवार श्रावक श्राविकाओं के सानिध्य में चातुर्मास दौरान एक से बढ़कर एक अनूठे विश्व शांति अनुष्ठान तीर्थकरों के कल्याणक आराधना साधना तप जप के साथ सफलता पूर्वक संपन्न होने पर अध्यक्ष दीपचंद तातेड़, उपाध्यक्ष भैरूमल मेहता, सचिव उम्मेदराज रांका, कोषाध्यक्ष विनोद कुमार मेहता, सहसचिव ललित पोरवाल, उपकोषाध्यक्ष बलवंत खिंवसरा, प्रवक्ता धनराज विनायकिया व समस्त तपागछ ट्रस्ट मंडल व चातुर्मास लाभार्थी ने सभी लाभार्थियों प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष सहयोगियों व मीडिया क्षेत्र का तहे दिल से आभार जताया।

तपजप,आराधना-साधना के साथ चातुर्मास संपन्न

तप आराधिका साध्वी दर्शनरेखाश्री के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए विनायकिया ने कहा कि जावरा मध्य प्रदेश की जायी जन्मी निर्मला सिंघवी बचपन से धार्मिक विचारधारा की थी जैनाचार्य राष्ट्र संत हेमेंद्रसुरी से दीक्षा ग्रहण कर साध्वी दर्शनरेखाश्री बन कर अनेक तप तपस्या की अभी भी कई तपस्या प्रचलमान है। विगत कई सालों से तेला तप व परमात्मा वाणी से सभी को लाभान्वित कर रही है। इनके सानिध्य में इस बार चातुर्मास लाभार्थी विनोद कुमार मेहता द्बारा आयोजित चातुर्मास ऐतिहासिक भरा चातुर्मास रहा। चातुर्मास समापन पर साध्वी दर्शनरेखाश्री ने कहा कि धर्म चार महीना नहीं 12 महीना ही करने जैसा है। धर्म के प्रभाव से मानव पत्थर से पारस बन सकता है।

मनुष्य जन्म अत्यंत दुर्लभ है, इसलिए मानव भव में ही आत्म कल्याण कर मोक्षगामी बनो। साध्वी ने सभी से मिच्छामी दुक्कड़म करते हुए तपागछ संघ चातुर्मास लाभार्थी भक्ति मंडल, वल्लभ महिला मंडल, श्रावक श्राविकाओं के साथ प्रचार प्रसार के लिए विनायकिया की अनुमोदना करते साधुवाद दिया। तपागछ ट्रस्ट मंडल चातुर्मास लाभार्थी विनोदकुमार मेहता व विनायकिया ने सभी से क्षमा याचना करते हुए सभी का तहेदिल से आभार जताया।

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