जनकल्याण योजनाओं का लाभ आम जन तक पहुंचाएं-मुख्यमंत्री

जोधपुर में तीन दिवसीय विशाल दिव्यांग शिविर में दिव्यांगों को किया लाभान्वित

जोधपुर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनकल्याण योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ जरूरतमन्दों तक पहुंचाने के लिए समाजसेवा की भावना से आगे आने का आह्वान किया है।

मुख्यमंत्री ने यह आह्वान शुक्रवार शाम जोधपुर के रामबाग में भारत सेवा संस्था जोधपुर एवं भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय विशाल दिव्यांग शिविर के समापन समारोह को संबोधित करते हुए किया।

मुख्यमंत्री ने इससे पूर्व दिव्यांगों को चश्मे,व्हीलचेयर्स, ट्राईसाईकिल्स, श्रवण यंत्र,कृत्रिम हाथ-पांव,केलिपर्स, बैसाखी,हाथ छड़ी,ब्लाइंड स्टीक आदि सहायक उपकरण वितरित किए तथा जन कल्याण योजनाओं पर केन्द्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

समापन समारोह में प्रभारी मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपालकृष्ण व्यास,राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल,पशु विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र सोलंकी,महापौर कुन्ती देवड़ा,शहर विधायक मनीषा पंवार, बिलाड़ा विधायक हीरालाल मेघवाल, राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बौराणा,रीको निदेशक सुनील परिहार,विशेष योग्यजन आयुक्त उमा शंकर शर्मा, सलीम खान,नरेश जोशी, भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति के संस्थापक एवं मुख्य संरक्षक डीआर मेहता एवं संयुक्त सचिव भूपेन्द्रराज मेहता,भारत सेवा संस्था के सचिव जीएस बापना एवं ट्रस्टी जसवन्तसिंह कच्छवाहा,शिविर एवं संस्था प्रभारी नरपतसिंह कच्छवाहा, संभागीय आयुक्त डॉ. राजेश शर्मा, जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता सहित जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण,लाभान्वित दिव्यांगजन, आयोजक एवं सहयोगी संस्थाओं के पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के कल्याण एवं सम्बल प्रदान करने के लिए संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी प्रत्येक जरूरतमन्द तक पहुंचाने के लिए समर्पित भाव से आगे आने का आह्वान किया और कहा कि इसे जनसेवा और समाजसेवा की भावना से किया जाना चाहिए। यही मानवता की सबसे बड़ी सेवा है।
मुख्यमंत्री ने कोरोना काल में प्रभावितों के लिए राहत एवं सेवा के प्रबन्धन का जिक्र करते हुए कहा कि इस वक्त में समाजसेवी संस्थाओं, उदारमना लोगों और सभी सेवाभावियों ने प्राणप्रण से सेवा कार्य दर्शाया। इसके साथ ही दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए भारत सेवा संस्था एवं भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति द्वारा व्यापक स्तर पर की जा रही सेवा गतिविधियों के लिए इन संस्थाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे समाज के विशेष योग्यजनों को सम्बल प्राप्त होने के साथ ही उन्हें स्वाभिमानी एवं आत्मनिर्भर जिन्दगी का अहसास हुआ है। मानवता की सेवा में इससे बड़ा कोई कार्य नहीं हो सकता।

उन्होंने दिव्यांगों की सहायता एवं कल्याण के लिए इस प्रकार के शिविरों के आयोजन के माध्यम से सेवा का काम करने पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने जरूरतमन्द लोगों को घर-घर पहुंच कर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में सहयोग के लिए ‘‘मुख्यमंत्री हमारी जिम्मेदारी योजना’’ में सेवा प्रेरकों का प्रबन्ध किया है जो कि एक कॉल पर उन तक पहुंच कर वांछित सहायता करते हुए सरकारी योजनाओं से लाभान्वित करने का काम करेंगे। इसके साथ ही दिव्यांगों के लिए जामडोली में बाबा आमटे के नाम पर विश्वविद्यालय स्थापित करने, ओलंपिक जीतने वाले खिलाड़ियों के लिए 25 बीघा भूमि के निःशुल्क आवंटन,जोधपुर के दिव्यांग विद्यालयों के कॉलेज में क्रमोन्नयन, महानरेगा में 100 से बढ़ाकर 200 दिन करने आदि के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में केशलेस ईलाज की राशि 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख किए जाने की जानकारी दी और बताया कि आगामी एक मई से आईपीडी एवं ओपीडी में सभी प्रकार का ईलाज मुफ्त उपलब्ध होगा। इस योजना में 5 लाख का बीमा भी है। उन्होंने ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल करने से कर्मचारी अपने सुरक्षित भविष्य को लेकर खुश हैं। उन्होंने बिजली बिलों से राहत के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी भी दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में महंगाई और बेरोजगारी सारी हदें पार करती जा रही है। इससे अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ा है। इस स्थिति से निपटने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकारों को मिलकर प्रयास करने होंगे।
समारोह में राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपालकृष्ण व्यास ने दिव्यांगों की सेवा को भगवदीय कार्य बताते हुए आयोजक संस्थाओं की प्रशंसा की और ऐसे कार्यों के माध्यम से लोक सेवा एवं सामाजिक कल्याण में अधिकाधिक सहभागिता का आह्वान किया। भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति के संस्थापक एवं मुख्य संरक्षक डीआर मेहता ने शिविर को मानवता की सेवा का महायज्ञ बताया और कहा कि इस शिविर में 2300 से अधिक दिव्यांगों को लाभान्वित किया गया है।

समारोह का संचालन संस्था के ट्रस्टी जसवन्तसिंह कच्छावा ने किया। आभार व्यक्त शिविर प्रभारी नरपतसिंह कच्छवाहा ने किया।

विभिन्न काउन्टर्स का अवलोकन

मुख्यमंत्री ने शिविर स्थल पर दिव्यांगों के लिए स्थापित विभिन्न काउन्टर्स का अवलोकन किया और शिविर में संपादित गतिविधियों पर जानकारी ली। उन्होंने इन काउन्टर्स पर दिव्यांगों को सहायक उपकरणों का वितरण किया। मुख्यमंत्री ने शिविर स्थल पर सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों पर केन्द्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

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