क्यूआर कोड से करें रेल टिकट बुक
- डिजिटल इंडिया के लिए रेलवे की पहल
- टिकट काउंटरों पर क्यूआर कोड स्कैनिंग से भुगतान की मिलेगी सुविधा
- डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ते कदम-रेलवे संबंधित 100 प्रतिशत भुगतान अब ऑनलाइन
जोधपुर,क्यूआर कोड से करें रेल टिकट बुक। उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर मंडल के सभी स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा हेतु ऑनलाइन भुगतान के लिए टिकट खिड़की पर 162 क्यूआर डिवाइस लगाए गए हैं। जिससे यात्रि ऑनलाइन भुगतान कर अपना टिकट आसानी से ले सकेंगे।उल्लेखनीय है कि उत्तर पश्चिम रेलवे डायनामिक क्यूआर कोड कमिशनिंग में सम्पूर्ण भारतीय रेलवे में प्रथम स्थान पर है।
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मंडल रेल प्रबंधक पंकज कुमार सिंह ने बताया कि रेलवे स्टेशन बुकिंग खिड़कियों पर डिजिटल भुगतान हेतु मंडल के 124लोकेशनों पर डिजिटल भुगतान हेतु डायनामिक क्यूआर कोड कमिशनिंग कर शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा हो गया है। रेलवे की इस नई व्यवस्था से लोग रेलवे स्टेशन पर मौजूद टिकट काउंटर पर भी QR कोड के जरिए पेमेंट कर सकेंगे। इसमें पेटीएम,गूगल पे और फोन पे जैसे प्रमुख UPI मोड से भुगतान किया जा सकता है।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विकास खेड़ा ने बताया कि जोधपुर मंडल के सभी रेलवे स्टेशनों पर ऑनलाइन भुगतान की सुविधा चालू कर दी गई है। डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए जोधपुर मंडल के 124 रेलवे स्टेशनों की टिकट खिड़की पर 162 क्यूआर डिवाइस लगाई गई हैं,इन्हे मंडल सहित सभी रेलवे स्टेशन पर लगाया गया है। जिससे प्रतिदिन रेल यात्रियों की सुविधा में विस्तार हुआ है। अब यात्री रेलवे स्टेशन की टिकट खिड़की पर लगे क्यूआर डिवाइस द्वारा ऑनलाइन भुगतान कर अपना यात्रा टिकट बना सकेंगे।
रेल प्रशासन द्वारा यह भी विचार किया जा रहा है कि एक स्टेशन पर 2 से 3 टिकट काउंटरों को नो कैश काउंटर किया जाए। ताकि अधिकाधिक रेलयात्री इस सेवा का आसानी से उपयोग कर सकें।
डीआरएम सिंह ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर्स को लंबी भीड़ से निजात दिलाने और डिजिटल इंडिया की तरफ एक और कदम बढ़ाते हुए अब रेलवे स्टेशनों पर अनारक्षित टिकट काउंटरों पर भी ऑनलाइन डिजिटल भुगतान प्रारंभ कर दिया गया है। पूर्व में यह सुविधा ऑनलाइन टिकट बुक करने पर ही मिलती थी, किंतु अब यह सुविधा टिकट खिड़की पर भी मिलने से डेली टिकट काउंटर पर जनरल टिकट लेने जा रहे लोगों को काफी राहत मिलेगी। UPI के जरिए डिजिटल पेमेंट से लोगों को खुले पैसे की परेशानी से निजात मिलेगी। इसके साथ ही टिकट काउंटर पर मौजूद कर्मचारी का कैश मिलाने में लगने वाले समय भी बचेगा। डिजिटल पेमेंट के जरिए कम समय में लोगों को टिकट मिलेगा, जो कि पूरी तरह से ट्रांसपरेंसी को भी बढ़ावा देगा।