जोधपुर, शहर की कमिश्ररेट पुलिस ने एक बार फिर कोरोना के लिए काम आने वाले महंगे इंजेक्शन रेमडेसिविर की कालाबाजारी को पकड़ा है। गत दिनों बासनी पुलिस ने एक नर्सिंग कर्मी को गिरफ्तार कर तीन इंजेक्शन जब्त किए थे। आज महामंदिर पुलिस ने कार्रवाई की और दो नर्सिंग कर्मियों को हिरासत में लिया है।
एसीपी दरजाराम ने बताया कि डीएसटी टीम को सूचना मिली थी कि रेमेडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है। जिस पर पुलिस की एक टीम गठित की। जिसमें थानाधिकारी लेखराज सिहाग व एसआई सुमन बुंदेला ने टीम को लीड किया। सूचना के आधार पर टीम मुखबिर के बताए पते पर पहुंची, जहां एक युवक दूसरे को रेमेडेसिविर दे रहा था, पुलिस की टीम ने तुरंत दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
थानाधिकारी लेखराज सिंहाग ने बताया कि इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले धनारा खुर्द, थाना खेड़ापा हाल रसाला रोड, महामंदिर 23 साल का कानाराम जाट पुत्र कन्हैयालाल व 30 साल का जाजीवाल भाटियान हाल क्षितिज पेट्रोल पंप के पीछे, बनाड़ रहने वाले रामरख पुत्र पेमाराम जाट को गिरफ्तार किया गया।
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नर्सिंग के बाद होम केयर का काम
पकड़े गए आरोपी रामरख व कानाराम दोनों नर्सिंग करने के बाद होम केयर का काम करते हैं। जो घर घर जाकर मरीजों की देखभाल किया करते हैं। इन दोनों को रेमेडेसिविर इंजेक्शन देने वाला तीसरा आरोपी मोगड़ा निवासी नारायण पटेल है, जो एक निजी अस्पताल में नौकरी करता है। पुलिस का कहना है कि नारायण पटेल ही इन दोनों को रेमेडेसिविर इंजेक्शन लाकर देता था। अब पुलिस इसे भी तलाश कर रही है।