स्पोर्ट्स कोच बनकर सरकारी नौकरी का झांसा देकर दस लाख ऐंठे

  • फर्जी हस्ताक्षर का चेक थमाया
  • डेढ़ साल तक टरकाता रहा आरोपी
  • ऊंचे लोगों से रसूखात बताकर ठगी

जोधपुर,स्पोर्ट्स कोच बनकर सरकारी नौकरी का झांसा देकर दस लाख ऐंठे।
शहर के निकट लूणी तहसील के बाणियावास के बेरोजगार युवक को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक शातिर ने दस लाख रुपए ऐंठ लिए। पीडि़त ने अपने परिचितों से इधर उधर कर रुपयों का जुगाड़ किया था। मगर न तो नौकरी मिल पाई और न ही दी गई रकम वापिस मिली। आरोपी ने चेक भी दिया जो कई बार बैंक में लगाया मगर हर बार हस्ताक्षर सही नहीं होने पर अनादरित होता रहा। पीडि़त ने अदालत में इस्तगासे के जरिए अब चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाने में मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने अग्रिम अनुसंघान आरंभ किया है।

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लूणी तहसील के बाणियावास निवासी दिनेश पुत्र मूलाराम की तरफ से केस दर्ज करवाया गया। इसमें बताया कि वह वर्ष 2021 में आशापूर्णा कॉलोनी पाल रोड निवासी देवेंद्र सिंह पुत्र मूलसिंह के संपर्क में आया था। वह उससे पहली बार अशोक उद्यान के निकट मिला था। तब उसने जान पहचान बढ़ाते हुए कहा कि उसकी कई लोगों से पहचान है। वह लोगों की सरकारी नौकरी लगवाता है। स्पेार्टस कोच है।आरोपी ने परिवादी दिनेश से कहा कि यदि वह बेरोजगार है तो वह उसे सरकारी नौकरी लगवा सकता है। पीडब्ल्यूडी में वैकेंसी आई है। मगर उसके लिए दस लाख रुपए लगेंगे। इतने रुपए नहीं होने पर आरोपी ने कहा कि वह धीरे धीरे रकम दे दे। इस बीच वह ज्वाइन लेटर दिलवा देगा।

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आरोपी देवेंद्र ने इस बीच कई लोगों से भी मिलवाया जो खुद को बड़े अफसर बताते थे और राजनीतिक पहुंच वाला बताते थे। झांसे मेें परिवादी दिनेश ने आरोपी को दस लाख रुपयों को इधर उधर परिचितों से लाकर दे दिए। मगर छह माह बीतने के बावजूद उसकी नौकरी नहीं लगी। उसे टालमटोल जवाब मिलता रहा कि अफसर नहीं है,नेताजी बाहर गए हैं। उनके आने पर कार्य हो जाएगा आदि। मगर फिर भी नौकरी नहीं लगते देख रुपयों का तकाजा किया गया। तब आरोपी ने एक चेक बैंक ऑफ इंडिया का दिया जो बाद में लगाने पर अनादरित हो गया। इसके बाद कई बार चेक को लगाया मगर हर चेक किसी न किसी कारण से अनादरित हो जाता है। अपने साथ हुई धोखाधड़ी को लेकर अब पीडि़त ने अदालत की शरण लेकर केस दर्ज करवाया है। पुलिस की तरफ से आगे की जांच की जा रही है।

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