कपड़े और जूट के थैले अपनाएं, पर्यावरण बचाएं

प्लास्टिक की खपत कम करने को स्काउट गाइड बना रहे कपड़े और जूट के थैले

जोधपुर,टाइड टर्नर प्लास्टिक चैलेंज राष्ट्रीय मिशन के तहत राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड जिला मुख्यालय जोधपुर की सीओ गाइड सुयश लोढा ने प्लास्टिक चैलेंज बैज से जुड़े रोवर रेंजर्स स्काउट गाइड को संबोधित करते हुए कहा कि कपड़े और जूट की थैलियां प्लास्टिक का बेहतर विकल्प हैं। यह पूरी तरह इको फ्रेंडली है। घर के अनुपयोगी कपड़ों से अथवा जूट से बनाए गए कैरी बैग पॉलिथीन की खपत को कम करने में अधिक उपयोगी साबित हो सकेंगे।

Adopt clothes and jute bags, save the environment

स्थानीय संघ चौपासनी के राजकीय महाविद्यालय की रेंजर कुसुम भाटी एवं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रोहिचाखुर्द की गाइड कैप्टन शशि शर्मा की टीमों के द्वारा बनाई जा रही कपड़े और जूट की थैलियों का उदाहरण देते हुए लोढा ने कहा कि लॉकडाउन में स्टे होम को मजबूत बनाते हुए प्रत्येक परिवार कुछ न्यू क्रिएशन के साथ कपड़ों के और जूट के थैले तैयार कर सकते हैं।

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जोधपुर के प्लास्टिक चैलेंज चैंपियंस के रूप में जुड़ी टीमों से अनुरोध करते हुए लीडर ट्रेनर शकुंतला पांडे ने कहा कि यदि हम बहुतायात में कपड़े की थैली या पेपर बैग तथा झोलों का चलन बढ़ाएं तो ना केवल खुद कई घातक दुष्प्रभावों से बच सकते हैं बल्कि पर्यावरण को भी बचाने में बहुत बड़ा योगदान कर सकते हैं।

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