जोधपुर, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने रिश्वत मांगने के मामले में डिस्कॉम के एक फरार जेईएन को गिरफ्तार किया है। उसने झूठा मामला न बनाने की एवज में रिश्वत मांगी थी। करीब सवा महीने से फरार चल रहा था। हालांकि एसीबी ने इस जेईएन के लिए बीस हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते बिचौलिये को गिरफ्तार किया था।
एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार बाड़मेर में पादरू खलवाड़ा का नाडा निवासी गणपतसिंह ने गत महीने लिखित शिकायत दी थी कि उसका एक कृषि फार्म पादरू में है। उस पर पिता रघुनाथसिंह के नाम से बिजली कनेक्शन लिया हुआ है। डिस्कॉम के कनिष्ठ अभियन्ता जितेन्द्र सैनी गत दो जनवरी को उसके फार्म पर आए और बकाया बिजली बिल भरने के साथ ही कहा कि वे उसके खिलाफ बूस्टर लगा बिजली चोरी करने का मामला बनाएंगे जबकि हमारे यहां बूस्टर लगा हुआ ही नहीं था। सैनी ने मामला नहीं बनाने की एवज में बीस हजार रुपए की मांग की थी। आश्वासन दिया था कि वह इसके बाद बूस्टर लगा आराम से बिजली ले सकता है। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया। इसमें सैनी के बीस हजार रुपए मांगने की पुष्टि हो गई। इस पर गत 12 जनवरी को सुबह गणपतसिंह ने सैनी को फोन किया तो उसने रिश्वत की राशि अपने बिचौलिये पादरू निवासी नारायण सिंह के फार्म हाउस पर पहुंचाने का कहा। गणपतसिंह ने वहां जाकर नारायणसिंह को बीस हजार रुपए दिए तब इशारा पाते ही एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया। उसे गिरफ्तार कर एसीबी की टीम डिस्कॉम कार्यालय पहुंची तब तक ट्रैप की भनक लगने पर जेईएन जितेन्द्र सैनी फरार हो गया। एसीबी ने अब इस फरार आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। पंप ठीक नहीं करने पर जुर्माना लगाया।