मारवाड़ की संस्कृति और लोकनृत्य की अनूठी झलक मिलेगी घूमर फेस्टिवल में
- जोधपुर में पहली बार होगा घूमर फेस्टिवल
- महिलाओं और बालिकाओं की भागीदारी से सजेगा आयोजन
- श्रेष्ठ नृत्य व प्रस्तुतियों को मिलेंगे आकर्षक पुरस्कार
जोधपुर(डीडीन्यूज),मारवाड़ की संस्कृति और लोकनृत्य की अनूठी झलक मिलेगी घूमर फेस्टिवल में।जोधपुर में 15 नवम्बर को पहली बार घूमर फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। इस संबंध में अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय सुरेन्द्र सिंह राजपुरोहित की अध्यक्षता में गुरुवार को मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर में बैठक आयोजित हुई। बैठक में फेस्टिवल के आयोजन की रूपरेखा, प्रतिभागिता के मानदंड एवं पुरस्कार श्रेणियों पर विस्तार से चर्चा की गई।
इस अवसर पर पर्यटन विभाग के उपनिदेशक भानु प्रताप ने घूमर महोत्सव के महत्व और आयोजन की विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। फेस्टिवल में भाग लेने के लिए महिलाएँ और 12 वर्ष से अधिक आयु की बालिकाएँ पात्र होंगी। प्रतिभागी विद्यालयों, महाविद्यालयों,डांस अकादमियों, एनजीओ,पंजीकृत सांस्कृतिक इकाइयों,क्लबों अथवा व्यक्तिगत रूप से हो सकती हैं। सभी प्रतिभागियों के लिए पंजीकरण अनिवार्य रखा गया है। समूह भागीदारी के लिए कम से कम 20 अथवा उससे अधिक प्रतिभागी नर्तकियों का होना आवश्यक होगा।
प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने के लिए 5 विशेष पुरस्कार श्रेणियाँ घोषित की गई हैं। इनमें सर्वश्रेष्ठ समूह नृत्य,सर्वश्रेष्ठ समूह वेशभूषा, सर्वश्रेष्ठ समूह आभूषण,सर्वश्रेष्ठ समूह सामंजस्य तथा सर्वश्रेष्ठ समूह कोरियोग्राफी शामिल हैं।
अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय सुरेन्द्र सिंह राजपुरोहित ने निर्देश दिए कि विद्यालयों,महाविद्यालयों, डांस अकादमियों और एनजीओ से अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जाए। इसके लिए आयोजन के प्रचार-प्रसार के लिए स्कूल कॉलेज स्तर पर विशेष जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि पंजीकरण प्रक्रिया को पारदर्शी और समयबद्ध बनाया जाए। सांस्कृतिक धरोहर और लोक परंपरा को उजागर करने के लिए प्रतिभागियों की वेशभूषा और नृत्य-शैली में स्थानीयता और प्रामाणिकता को प्राथमिकता दी जाए।
राजपुरोहित ने कहा कि यह पहला अवसर होगा जब जोधपुर की धरा पर घूमर फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव के माध्यम से मरुस्थलीय संस्कृति,नारी शक्ति और लोक नृत्य परंपरा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जाएगी। उन्होंने सभी संस्थानों, संगठनों और नागरिकों से अधिकाधिक भागीदारी का आह्वान किया।
