सेना से रिटायर्ड अफसर ने ट्रेडिंग कारोबारी को बनाया ठगी का शिकार
- 50 लाख की धोखाधड़ी
- विश्वास कर रकम उधार दी
- पति पत्नी ने मिलकर एक्सटॉर्सन में फंसाया
- अब मामला दर्ज
जोधपुर,सेना से रिटायर्ड अफसर ने ट्रेडिंग कारोबारी को बनाया ठगी का शिकार। आंध्रप्रदेश के एक सेना से रिटायर्ड अफसर और उसकी पत्नी ने मिलकर स्थानीय ट्रेडिंग कारोबारी से धोखाधड़ी करते हुए 60.56 लाख की उधारी ली। बदले में कारोबारी को दस लाख चुका दिए मगर शेष रकम को हड़प लिया। खुद को सेना का रिटायर्ड अपसर बताते पुलिस कुछ नहीं बिगाड़ सकती कहकर कारोबारी को धमकाया गया। पति पत्नी ने मिलकर कारोबारी को एक्सटोर्सन में भी फंसाया और एक झूठी रिपोर्ट रातानाडा थाने में दी गई। ट्रेडिंग कारोबारी और लोन लेन देन करने वाले शख्स ने अब सेना से रिटायर्ड अफसर और उसकी पत्नी को नामजद करते हुए महामंदिर थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दी है। पुलिस जांच में जुटी है।
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मानसागर गली नंबर 1 निवासी प्रेम प्रकाश अटल पुत्र नरसिंह अवतार की तरफ से यह मामला दर्ज करवाया गया है। इसमें बताया कि वह मंडोर मंडी में ट्रेडिंग का कार्य करने के साथ बैंक लोन लेन-देन का काम भी करता है। मंडोर मंडी में आने वाले भवानी सिंह उसका परिचित है। एक दिन भवानी सिंह ने उसके कार्यालय पर आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा निवासी पतिबंदला श्रीनिवास उर्फ श्रीनिवासु से मिलवाया था।पतिबंदला ने खुद को सेना में कार्यरत होना बताया साथ ही सेना में मिनरल वॉटर इत्यादि के ठेेके लेेने देने के बारे में जानकारी दी। मगर इसके लिए केवल सैन्यकर्मचारी को ही ठेके दिलाने की बात की थी। जान पहचान होने पर पतिबंदला को उसने 60.56 लाख रुपए उधारी पेठे दिए थे। बाद में रोजाना पांच हजार के हिसाब से रकम देना तय किया था। परिवादी ने उसे सेना में होने का मानकर विश्वास कर लिया। कुछ समय तक तो पतिबंदला उसे रुपए लौटाता रहा। ट्रेडिंग कारोबारी को 10.10 लाख रुपए लौटा दिए मगर बाद में रकम देना बंद कर दिया।
कारोबारी ने अपने स्तर पर पता लगाया तो मालूम हुआ कि पतिबंदला तो सेना से सेवानिवृत है। इस पर उससे बात की तो उसने कुछ चेक दिए जो अनादरित होने के साथ उसके पत्नी सुनीता ने भी कारोबारी को धमकाना शुरू कर दिया। पतिबंदला ने खुद को सेना अफसर बताते हुए कहा कि पुलिस उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती है। आरोपी पक्ष द्वारा कारोबारी के खिलाफ रातानाडा थाने में एक्सटॉर्सन का केस भी करवाया गया था। मगर रातानाडा पुलिस ने उसकी बात नहीं सुनी। अब पीडि़त कारोबारी ने महामंदिर थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दी है।
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