पत्थर से लदे मिनी ट्रक ने ली स्कूली छात्र की जान,तीन अन्य छात्र घायल
- ट्रक और चालक डिटेन
- गुस्साए परिजनों ने रोका रास्ता
- मुआवजा की मांग पर अड़े
- देर शाम उठाया धरना
जोधपुर(डीडीन्यूज),पत्थर से लदे मिनी ट्रक ने ली स्कूली छात्र की जान,तीन अन्य छात्र घायल। शहर में शुक्रवार को स्वाधीनता दिवस समारोह के दिन अलसुबह एयरपोर्ट पुलिस थाना क्षेत्र में रेजीडेंसी रोड पर बाइक पर सवार चार नाबालिग छात्रों की बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में एक स्कूली छात्र की दर्दनाक मौत हो गई। बाइक पर सवार तीन अन्य छात्र घायल हो गए। दो का अस्पताल में उपचार जारी है, एक को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
बताया जाता है कि छात्रों की बाइक ट्रक के पिछले हिस्से से टकराने के बाद एक छात्र के सिर से ट्रक का पहिया निकल गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद परिजन और समाज के लोगों में रोष व्याप्त हो गया। बाद में घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन के साथ धरना दे दिया गया। शाम को जन प्रतिनिधियों की अगवानी में समझाइश और मुआवजा राशि देने आदि मांगों की सहमति बनने के बाद धरना समाप्त किया गया। चार बच्चों में बाइक कौन चला रहा था, फिलहाल पुलिस ने इसमें कुछ जानकारी होने से इंकार किया गया है।
एयरपोर्ट थानाधिकारी रामकृष्ण ताड़ा ने बताया कि शुक्रवार की अलसुबह नेहरू कॉलोनी निवासी 12 साल का लोकेंद्र सिंह पुत्र विजय सिंह,14 वर्षीय प्रदीप सिंह,17 वर्षीय महावीर सिंह एवं इंद्रा कालोनी निवासी 14 साल का हिमांशु बाइक पर सवार होकर अपनी स्कूल रेजीडेंसी रोड पर जा रहे थे। जब यह लोग होटल रेडिशन के कट से पार होकर स्कूल की तरफ जाने लगे तब वीसी सर्किल के निकट पीछे से आ रहे पत्थर से लदे मिनी ट्रक की चपेट में आ गए। इससे सभी नीचे गिर गए।
ट्रक के पिछले हिस्सें का पहिया छात्र लोकेंद्र सिंह के सिर से निकल गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि प्रदीप सिंह, हिमांशु और महावीरसिंह भी जख्मी हो गए। हिमांशु को कम चोट लगने पर उसे प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। जबकि प्रदीपसिंह के सिर में गहरी चोट लगी और महावीर सिंह के पैर में चोट लगी है।
42.53 ग्राम स्मैक और 86 हजार रुपए जब्त
बाइक फिसलने का अंदेशा
मामले में प्रथम दृष्टया बताया जाता है कि बाइक फिसलने से यह लोग नीचे गिर गए और फिर पीछे से आ रहे ट्रक ने चपेट में लिया था। जिससे लोकेंद्र सिंह की मौत हो गई। बाद में ट्रक का चालक गाड़ी लेकर भाग गया।
ट्रक और चालक डिटेन
थानाधिकारी रामकृष्ण ताड़ा ने बताया कि ट्रक और चालक को डिटेन किया गया है। ट्रक का चालक श्रवण मेघवाल है जिससे पड़ताल जारी है।
हेलमेट नहीं था
आरंभिक पड़ताल में यह बात भी सामने आई है कि बच्चों ने हेलमेट भी नहीं पहन रखा था। सभी छात्र ही थे।
पुलिस की तैनाती से तत्काल घायलों को मिली राहत
जहां यह दुर्घटना हुई वहां सुबह से बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात थे। क्योंकि उसी रोड से कुछ समय बाद सीएम को निकलना था। इसलिए घायलों को तुरंत मदद मिल गई थी। इससे उन्हें तत्काल अस्पताल भेजा गया।
परिजन का गुस्सा उतरा
हादसे के बाद पांचबत्ती चौराहे पर परिजनों और समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत और शहर विधायक अतुल भंसाली उनसे बातचीत करने मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को मुआवजा, मामले की निष्पक्ष जांच और आश्रित को संविदा पर नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया।
दो बहनों में एक मात्र भाई था लोकेंद्र
लोकेंद्र की बहन कोमल ने बताया कि मेरे भाई को ट्रक ने कुचल दिया। उसका सिर फट गया था,दिमाग बाहर आ गया था। उसने किसी का क्या बिगाड़ा था? तीन भाई-बहनों में से वह इकलौता भाई था। कोमल ने बताया कि वह खुद 11वीं कक्षा में पढ़ती है,जबकि उसका भाई आठवीं कक्षा में पढ़ता था। मेरे एक ही भाई था,वो भी चला गया।