The robber bride trapped the divorced man and ran away with the jewellery and cash

लुटेरी दुल्हन ने तलाकसुदा को फांसा,गहने नगदी लेकर चंपत

  • पीछा छुड़ाने के लिए मांग रही आठ लाख रुपए
  • पीडि़त ने कराया केस दर्ज
  • पहले प्रतापनगर सदर में भी कराया था केस दर्ज
  • जोधपुर में तीसरी बार कर चुकी ऐसा

जोधपुर,लुटेरी दुल्हन ने तलाकसुदा को फांसा,गहने नगदी लेकर चंपत। शहर के तलाकसुदा युवक को एक लुटेरी दुल्हन ने फांस कर उसके गहने नगदी लेकर चंपत हो गई। अब पीछा छुड़ाने के नाम पर आठ लाख रुपयों की डिमाण्ड कर रही है।

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लुटेरी दुल्हन से इस साल मार्च महिने में शादी डॉटकाम पर पहचान हुई थी। फिर दोनों के परिवार मिले और शादी करवाई गई। शादी के बाद से ही लुटेरी दुल्हन ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए और भाग गई। खुद का गर्भपात भी करवाया,जिस पर पति ने प्रतापनगर सदर थाने में रिपोर्ट दी थी। अब फिर धोखाधड़ी कर चोरी करने, धमकाने का केस उदयमंदिर थाने में दर्ज हुआ है।

लुटेरी दुल्हन ने दो बार पहले भी इसी तरह घटना को अंजाम दिया गया है जैसा कि एफआईआर में उल्लेख है। पीडि़त प्रताप नगर एच सेक्टर में रहने वाले एक व्यक्ति ने अब पत्नी और उसके परिवार वालों के खिलाफ रिपोर्ट दी है। इसमें चितौडग़ढ़ की शिखा सहित परिवार के तीन अन्य लोगों पर केस दर्ज कराया गया है।

परिवादी ने रिपोर्ट में बताया कि उसकी पहचान शिखा से जीवन साथी ऑनलाइन एप्लीकेशन पर हुई थी। 17 मार्च 24 को प्रोफाइल जीवनसाथी नाम की एप्लीकेशन पर रिक्वेस्ट भेजी फिर शिखा ने रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट किया एवं 23 मार्च को परिवादी व शिखा के मध्य पहली बार वाट्सएप पर बात हुई। शिखा ने बताया कि वह पूर्व से विवाहित है तथा उसका कुलदीप अग्रवाल से विवाह हुआ था लेकिन उसके व उसके पति कुलदीप के मध्य वैचारिक मतभेदों के चलते विवाह-विच्छेद हो चुका है तथा न्यायालय से विवाह विच्छेद की डिक्री भी प्राप्त की हुई है।

परिवादी द्वारा भी अपने सम्पूर्ण जीवन बारे में उसको अवगत करवा दिया गया। जिस पर दोनो पक्षकार द्वारा एक दूसरे से विवाह बंधन में बंधने का निर्णय लिया। 28 अप्रैल को इनका रिश्ता पक्का हो गया था। विवाह के सगाई दस्तूर में सोने के इयरिंग व चांदी के पायल,साडिय़ां व कपड़े और लिफाफे में 5,100 रुपये दिए तथा कपडे,जूते तथा सामान भी दिलाया गया। शादी के समय उससे 3 लाख रुपयों की डिमाण्ड की गई। शादी 23 मई को हुई थी।

शिखा के घरवालों ने पैसों की डिमाण्ड रखने पर ढाई लाख रुपए दिए गए। शादी के बाद शिखा के व्यवहार में परिवर्तन होने लगा। शादी के बाद शिखा गर्भवती हुई मगर वह इससे खुश नहीं थी और वह अपने गृह चित्तोडगढ़ चली गई और वहां पर डीएनसी के नाम पर रुपयों की डिमांड करने लगी।

बाद में परिवादी ने अपने कमरा का वार्डरोब खोला तब पता चला कि वार्डरोब से रुपये गायब हैं तथा गले का सेट वजनी 33.660 ग्राम,गले का हाफ सेट वजनी 35 ग्राम,गोल्ड रिंग वजनी 3.20 ग्राम, गोल्ड मंगल सूत्र वजनी 15.17 ग्राम, गोल्ड रखड़ी वजनी 35.150 ग्राम एवं गले का एक सेट जो परिवादी ने अपनी बहन सोनिया से लिया था उक्त तमाम सारे गहने वार्डरोब से गायब थे।

बाद में पता लगा कि शिखा ने दो लोगों से पहले भी शादी कर इसी तरह धोखाधड़ी की है। परिवादी से पीछा छुड़ाने के नाम पर 8 लाख रुपयों की डिमाण्ड कर रही है। मामले को लेकर उदयमंदिर पुलिस ने अब जांच आरंभ की है।