एमबीएम विश्वविद्यालय में आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाई
बी.प्लानिंग में प्रवेश की अंतिम तिथि अब 20 अगस्त
जोधपुर,एमबीएम विश्वविद्यालय में आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाई।एमबीएम विश्वविद्यालय में नवसृजित प्लानिंग डिपार्टमेंट में बी.प्लानिंग फर्स्ट ईयर (सेमेस्टर 1) में एडमिशन की अंतिम तिथि 30 जुलाई से बढ़ाकर 20 अगस्त कर दी है।
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प्लानिंग डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष आर्किटेक्ट कमलेश कुम्हार ने बताया है की बी.प्लानिंग फर्स्ट ईयर में प्रवेश के लिए अनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 जुलाई से बढ़ाकर 20 अगस्त कर दी है। आवेदन पत्रों का वेरीफिकेशन कर मेरिट लिस्ट जारी कर दी जाएगी। विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य एआईसीटीई द्वारा दिए गए शेड्यूल के अनुसार शुरू किया जाएगा। प्रवेश के लिए पात्रता व अन्य शर्तें विश्वविद्यालय की वेबसाइट mbm.ac.in या admission.mbmiums.in पर उपलब्ध है।
बी प्लानिंग का अध्ययन कई स्तरों पर महत्वपूर्ण होता है। इसके अंतर्गत शहरी विकास और प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं की समझ बढ़ती है,जैसे नगरीय विकास की रणनीतियां,नगर निर्माण योजनाएं, वातावरणीय प्रबंधन व सामाजिक और आर्थिक प्रभावों का अध्ययन। इसके अलावा, यह विभिन्न समुदायों और सरकारी संगठनों के लिए नगरीय योजनाओं की तैयारी और प्रबंधन के कौशल को विकसित करने में मदद करता है।इस पाठ्यक्रम के माध्यम से छात्रों को शहरी विकास में रुचि और उसके प्रभावों को समझने के लिए तैयार किया जाता है,जो आगामी समय में उन्हें नगरीय विकास के क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद कर सकता है।
बी प्लानिंग के अध्ययन के बाद, छात्रों के पास विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के कई अवसर हो सकते हैं। यह अध्ययन छात्रों को शहरी और नगरीय विकास,पर्यावरणीय प्रबंधन, सामाजिक संगठन और नगरीय प्रबंधन के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करने में मदद करता है।
बी प्लानिंग के अध्ययन के बाद,छात्र इन क्षेत्रों में रोजगार पा सकते हैं
नगरीय योजना और विकास
छात्र शहरी क्षेत्रों की योजना बना सकते हैं,शहरी विकास परियोजनाओं की व्यावस्था कर सकते हैं और शहरी प्रबंधन में भाग ले सकते हैं।
पर्यावरणीय स्थितियों का विश्लेषण:- छात्र पर्यावरणीय प्रभावों का अध्ययन कर सकते हैं और शहरी परियोजनाओं के विकास में पर्यावरणीय संभावनाओं को समावेश कर सकते हैं।
सामुदायिक विकास और सामाजिक संगठन
छात्र सामुदायिक संगठनों के साथ काम कर सकते हैं,सामुदायिक समर्थन कार्यक्रमों का प्रबंधन कर सकते हैं और सामुदायिक विकास के लिए योजनाएं तैयार कर सकते हैं।
नगरीय प्रबंधन और नीति विकास
छात्र शहरी निगरानी,प्रबंधन कौशल, और नगरीय नीतियों का विकास कर सकते हैं। नगरीय अधिकारियों और सरकारी विभागों के साथ सहयोग कर सकते हैं और नगरीय विकास की नीतियों के लिए अनुसंधान और सलाह दे सकते हैं।
ये सभी क्षेत्र बी प्लानिंग के अध्ययन से प्राप्त की गई विशेषज्ञता के आधार पर रोजगार के अवसर प्रदान कर सकते हैं,जो छात्रों करियर के विकास के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं।
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एक्सपर्ट ओपिनियन
बी.प्लान पाठ्यक्रम छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव से समृद्ध करता है। यह छात्रों को शहरी नियोजन रणनीतियों के माध्यम से शहरी विकास की गति में महत्वपूर्ण योगदान करने के लिए तैयार करता है।