जोधपुर, कोरा कोरा कलश मंगाया उनमें घोल्यो रंग, भर पिचकारी सन्मुख मारी चोली हो गयी तंग.., मैं कैसे होली खेलूं रे इण सांवरियां रे संग.., नाथूरामसा वाली करे रे मिजाज, आज आनन्द नहीं आयो.., बैठ सगीजी स्कूटर माते जावे है मण्डोर.. जैसे प्रसिद्ध होली गीत, फाग गाने व श्लील गालियों के गायन से राधा-कृष्ण के रास महोत्सव व श्लील गाली गेर के सामूहिक गायन से रेलवे का सामुदायिक भवन गूंज उठा।

holi-songs-echoed-in-uprmss-flower-holi

अवसर था उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ जोधपुर मण्डल के तत्वावधान में रेलवे वर्कशाप के पास स्थित सामुदायिक भवन में आयोजित फाग महोत्सव व फूलों की होली का।

मण्डल रेल प्रबंधक गीतिका पाण्डे मुख्य व वरिष्ठ मण्डल कार्मिक अधिकारी रघुवीर सिंह चारण विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ के मण्डल सचिव अजय शर्मा व मण्डल अध्यक्ष धर्मेश जोशी ने अतिथियों का शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया। फाग महोत्सव का संचालन भरत जोशी ने किया।

उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ के मण्डल सचिव अजय शर्मा व मण्डल अध्यक्ष धर्मेश जोशी ने बताया कि जोधपुर शहर के प्रसिद्ध गेर गायक अनिल महादेव पुरोहित, सुनील पुरोहित, दीपक जोशी बटुक, इंजीनियर दिनेश बोहरा व इंजीनियर नरेश बोहरा ने लगातार एक के बाद एक पारंपरिक रचनाएं, होरी गीत, श्लील गालियां पेश की तो उपस्थित रेल कर्मियों ने करतल ध्वनि के साथ कलाकारों की हौंसला अफजाई की।

अनिल महादेव पुरोहित व सुनील पुरोहित ने जगजीत सिंह की गजलें प्रस्तुत की, वहीं दीपक जोशी ने प्रसिद्ध गैर गायक माईदास थानवी की श्लील गालियां तथा दिनेश बोहरा व नरेश बोहरा ने यार आनन्द नहीं आयो जैसी प्रसिद्ध गालियां व फाग गीत सुनाए।