सिलिकोसिस कार्ड बनाने के नाम पर युवक से 1.20 लाख की धोखाधड़ी
जोधपुर,सिलिकोसिस कार्ड बनाने के नाम पर युवक से 1.20 लाख की धोखाधड़ी। शहर के निकट मथानिया कस्बे के एक युवक को सिलिकोसिस कार्ड बनाने के नाम पर 1.20 लाख की ठगी किए जाने का मामला पुलिस में दर्ज हुआ है। पीडि़त ने मथानिया थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दी है। पुलिस की तरफ से अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है। मथानिया पुलिस ने बताया कि नेवरा गांव के रहने वाले राजू सिंह की तरफ से केस दर्ज करवाय गया। इसमें बताया कि वह पत्थर की खान में श्रमिक है। जोधपुर की एक महिला सुमित्रा से उनका कुछ दिन पहले संपर्क हुआ था और उसने सिलिकोसिस कार्ड बनाने का वादा किया। श्रमिक भी उसके झांसे में आ गया और उसके कहे अनुसार पाई -पाई जोडक़र और अपने परिचित लोगों से उधार रुपए लेकर 1 लाख 20 हजार की राशि जुटाकर सुमित्रा को दी। महिला काफी दिनों तक तो कार्ड बनाने का झांसा देती रही लेकिन इसके बाद पीडि़त राजूसिंह से किनारा कर लिया। इतनी बड़ी राशि देने के बाद भी पीडि़त का सिलिकोसिस कार्ड नहीं बनने पर उसे ठगी का एहसास हुआ और मथानिया थाने में मामला दर्ज करवाया। पुलिस अब नामजद महिला का पता लगाकर अग्रिम जांच कर रही है।
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सरकार की तरफ से मिलती है मदद
सिलिकोसिस कार्ड बनने के बाद पीडि़त व्यक्ति को प्रदेश सरकार अधिकारिक रूप से इस बीमारी से पीडि़त मान लेती है। इसके बाद पीडि़त को जो भी सुविधाएं दी जाती है उसे मिलने लगती है। 1 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदेश सरकार तुरंत देती है। इसीलिए पीडि़त ठग महिला के झांसे में आ गया। महिला ने प्रलोभन दिया कि कार्ड बनते ही सरकार की ओर से उसे रुपए फिर से मिल जाएंगे लेकिन न तो कार्ड बना और न ही पीडि़त की ओर से दिए गए 1 लाख 20 हजार वापिस मिले।
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