1139 लावारिश लोगों की अस्थियां गंगा में विसर्जित
हरिद्वार /जोधपुर, राजस्थान की स्वयं सेवी संस्था हिन्दू सेवा मण्डल जोधपुर द्वारा 1139 लावारिश अस्थियों के मोक्ष हेतु माॅ गंगा की गोद में विसर्जसन किया गया।
हिन्दू सेवा मण्डल जोधपुर के सचिव विष्णुचन्द्र प्रजापत के अनुसार किसी व्यक्ति का जन्म बालक के रूप माँ की कोख में होता है हर माता पिता उस बालक की शिक्षा दीक्षा करवाता है वह बड़ा होकर व्यस्क बनता है परन्तु विधि के विधान के आगे किसी की नही चलती किस की मौत कहां हो जाए किसी को पता नही रहता। जिस की मौत परिवार हो होती है उस का अन्तिम संस्कार परिजन करते हैं परन्तु किसी व्यक्ति की मौत अज्ञात स्थान पर होती है उस की कोई पहचान नही होने से उसे अज्ञात (लावारिश) नाम दिया जाता है ऐसे ही लावारिश लोगो को अपने परिवार का सदस्य मानकर हिन्दू सेवा मण्डल जोधपुर राजस्थान के कार्यकर्ता विधि विधान के अनुसार उनका अन्तिम संस्कार करते हुए उन की आत्माओं के मोक्ष हेतु माॅ गंगा की गोद में विर्सजन करते हैं
1139 आत्माओं के मोक्ष हेतू हिंदू सेवा मंडल के कार्यकर्ता महर्षि गौतम सभा भवन से जुलूस के रूप में हर की पैड़ी पहुंचे वहां पर श्रीगंगा सभा (रजि.) हरिद्वार के अध्यक्ष प्रवीण के सानिध्य में 1139 लावारिस अस्थियों को गंगा में विसर्जन करते हुए सभी आत्माओं के मोक्ष की कामना की गई। इस अवसर पर हिन्दू सेवा मण्डल के महेश जाजडा, लख्मीचद किसनानी, कैलाश जाजू, विष्णुचन्द्र प्रजापत, राकेश गौड़, राकेश सुराणा, ताराचन्द शर्मा, प्रेमराज खिवसरा, भेरूप्रकाश दाधीच, नरेन्द्र गहलोत, गोविन्दसिंह राठौड, गोरीशंकर गाॅधी, दिनेश रामावत, सुरेन्द्रसिंह सांखला, यतिन्द्र प्रजापत, सहित कई कार्यकता शामिल थे।
हिन्दू सेवा मण्डल परिचय
हिन्दू सेवा मण्डल जोधपुर की स्थापना 01 मई, 1925 को हुई थी तब से लेकर आज तक पिछले 98 वर्षों से जोधपुर में मानव सेवा तथा परमार्थ कार्य के पर्याय बन चुके हिंदू सेवा मंडल द्वारा लावारिश शवों का अन्तिम संस्कार करना,उनकी अस्थियों को गंगा में विसर्जन करना, भोगीशैल परिक्रमा यात्रा का आयोजन करना, रामदेव मेला, सहित प्राकृतिक आपदा के समय पिड़ीतों तक राहत सामग्री पहुचाना जैसे परमार्थ व समाज सेवा के कार्य किए जाते रहे हैं।
दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन डाउनलोड करें – http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews