सात साल से फरार 40 हजार का इनामी अपराधी गिरफ्तार

  • जोधपुर रेंज पुलिस का ऑपरेशन लीलटांस
  • मारवाड़ के तस्करों से अच्छी पहचान
  • माता आतंरी का अनन्य भक्त
  • प्रसाद लेने आया तो पकड़ा गया

जोधपुर(डीडीन्यूज),सात साल से फरार 40 हजार का इनामी अपराधी गिरफ्तार। जोधपुर रेंज की साइक्लोनर टीम ने तस्करों पर अंकुश लगाने के लिए एक और अपराधी को पकड़ा है। आरोपी सात साल से फरारी काट रहा था। उस पर रेंज पुलिस ने 40 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। आरोपी माताजी मंदिर में प्रसाद पाने की आस में पकड़ा गया।

जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी के मध्यप्रदेश की मुख्य कड़ी आरोपी कन्हैयालाल पुत्र मनोहर लाल निवासी घसुण्डी बामणी, पुलिस थाना नीमच केन्ट,जिला नीमच को दस्तयाब करने में सफलता पाई है। आरोपी कन्हैया लाल मारवाड़ के मादक द्रव्यों की सप्लाई के मुख्य सरगनाओं से मध्यप्रदेश राज्य का एक सरगना का लिंक साइक्लोनर टीम को मिलता रहा है। साइक्लोनर टीम ने मेवाड़ क्षेत्र में तस्करों की जड़ तक पहुंचने के लिए लम्बे प्रयास के बाद आरोपी के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे।

आरोपी कन्हैयालाल का पूरा परिवार कर्मकांडी है,उसने स्वयं पूजा पाठ छोड़ अवैध अफीम और डोडा पोस्त की तस्करी को अपना पेशा बनाया था। आरोपी कक्षा आंठवी तक पढ़ा लिखा पर व्यवहार ऐसा कि एक बार किसी तस्कर से हाथ मिला दिया तो चाहे पुलिस आए या एनसीबी.नफा हो या नुकसान पूरी जोखिम लेता था। इसी व्यवहार के चलते वह मारवाड़ में सबका चहेता बन गया।

खुद की दूध डेयरी खुलवाई 
आईजी विकास कुमार ने बताया कि आरोपी कन्हैया के पिता ने उसके लिए दूध के डेयरी खुलवाई पर कन्हैया की रूचि डेयरी के दूध में नहीं थी और वह अफीम के काले दूध में रूचि लेता था। आरोपी कन्हैया की बचपन के सहपाठी राकेश के साथ अच्छी दोस्ती थी, दोस्त राकेश का मौसी का लड़का भाई कमल राणा मेवाड़ क्षेत्र का अवैध मादक द्रव्यों की तस्करी का कुख्यात सरगना था। दोस्त राकेश से कन्हैया कमल राणा के कारनामों को सुनते-सुनते बचपन से ही बड़ा धन्धेबाज होने के ख्वाब देख रहा था।

मारवाड़ में करता मादक पदार्थों की सप्लाई 
गुप्त ठिकानों पर किसानों से खरीदा गया अवैध डोडा पोस्त एवं अफीम छुपा कर रखता हुआ आरोपी मारवाड़ क्षेत्र के तस्करों को उपलब्ध करवाता था। साइक्लोनर सेल द्वारा पकड़े गये बड़े अपराधियों में से अधिकांश ने मध्यप्रदेश के कन्हैया का नाम बताया था।

आरोपी ने वर्ष 2018 में बाड़मेर के मादक पदार्थों के कुख्यात तस्कर कंवराराम को फोरच्यूनर गाड़ी में 250 किलो अवैध डोडा पौस्त भरवाया था। यह गाड़ी बाद में पुलिस थाना बगाना जिला नीमच में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा पकड़ी गई थी। आरोपी कन्हैयालाल उक्त प्रकरण में भी वांछित होकर फरार चल रहा था। वर्ष 2022 में बाड़मेर निवासी तेजाराम को 26.50 क्विंटल अवैध डोडा पोस्त ट्रक में भरवाया था। उक्त ट्रक पुलिस थाना पिण्डवाड़ा सिरोही में पुलिस द्वारा पकड़ा गया था। इस प्रकरण में वांछित होने से उस पर 40 हजार का इनाम घोषित किया गया था।

पकड़े जाने के डर से घर आना जाना छोड़ा 
आरोपी कन्हैयालाल ने दस्तयाबी के बाद बताया कि वह पिछले सात साल से फरार चल रहा था। घर पर आने जाने,अपने अवैध धन्धे चलाने में कोई समस्या नहीं हुई। साइक्लोनर टीम के गठन के बाद अपराधियों के लगातार हो रही धरपकड़ के बाद आरोपी ने अपने घर आना-जाना छोड़ दिया।

माता आंतरी का भक्त,हाथ में चांदी का कड़ा 
उसके बारे में पता लगा कि वह आंतरी माता का भक्त है,आरोपी चांदी का मोटा कड़ा हाथ में पहने रखता है। साइक्लोनर टीम 15 दिनों तक आरोपी के गढ़ में डेरा जमाए बैठी रही। आरोपी ने भी स्वयं को अपने क्षेत्र में सुरक्षित समझते हुए बाहर नहीं निकलना तय किया।

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कन्हैया को पकड़ने के लिए तीन अलग-अलग टीमें बनाकर कार्डन तैयार किया गया। गुरू पुर्णिमा के अवसर पर आरोपी के आंतरी माता का भक्त होने के चलते माता के दर्शन करने के लिए आने तथा उसके बाद अपनी बहिन से मिलने जाने की सूचना मिली। वह अपने पास में पावर बाइक रखता है। कन्हैया को कार्डन में फंसा होने का अंदेशा लग गया। अपनी पॉवर बाइक से भागने ही वाला था कि साइक्लोनर टीम के मांगीलाल जो स्वयं भी बाइक पर ही था,ने रुकवा लिया परन्तु कन्हैया अपनी बाइक पटक कर खेतों में फरार हो गया। साईक्लोनर टीम के मांगीलाल ने करीब एक किलोमीटर तक पीछा कर उसे पकड़ लिया।