आयुर्वेद विश्वविद्यालय के स्वर्णप्राशन कार्यक्रम में 887 बच्चे लाभान्वित

जोधपुर,आयुर्वेद विश्वविद्यालय के स्वर्णप्राशन कार्यक्रम में 887 बच्चे लाभान्वित। डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर बाल रोग विभाग द्वारा मंगलवार को पुष्य नक्षत्र योग में एम्स, शनिश्चर थान,नवजीवन लवकुश संस्थान,किशोर बाल गृह,आयुर्वेद विश्वविद्यालय करवड़ एवं राजकीय विद्यालय घड़ाव सहित जोधपुर के छह केन्द्रों पर आयोजित स्वर्णप्राशन कार्यक्रम में 887 बच्चों को स्वर्णप्राशन ड्रॉप्स पिलाई गई। कुलपति प्रो.वैद्य प्रदीप कुमार प्रजापति,बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेम प्रकाश व्यास,शल्य विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.संजय श्रीवास्तव और प्रसूति स्त्री रोग विभाग के सहायक प्रोफ़ेसर डॉ.हेमंत मेनारिया के साथ शनिश्चर थान पर बच्चों को स्वर्णप्राशन ड्रॉप्स पिलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

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बड़ी संख्या में उपस्थित अभिभावकों से कुलपति प्रो.प्रजापति ने चर्चा करते हुए स्वर्णप्राशन को बाल स्वास्थ्य के लिए अति लाभदायक बताया। यहां बच्चों के साथ आई माताओं को भी आयुर्वेद स्त्रीरोग विशेषज्ञ द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। मंगलवार को स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ.हेमन्त मेनारिया ने माताओं को स्वास्थ्य परामर्श एवं निःशुल्क औषधियां वितरित की। इसी प्रकार,एम्स जोधपुर में वरिष्ठ आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ.मीनाक्षी शर्मा,नवजीवन लवकुश संस्थान चौपासनी हाउसिंग बोर्ड में डॉ.दिनेश राय,किशोर बाल गृह पूंजला में डॉ.अशोक यादव तथा घडाव एवं करवड़ में डॉ.हरीश कुमार सिंघल ने स्वर्णप्राशन कार्यक्रम का संचालन किया। इन सभी केन्द्रों पर मंगलवार को आयोजित स्वर्णप्राशन कार्यक्रम में 887 बच्चों ने स्वर्णप्राशन ड्रॉप्स पिलायी गई। कार्यक्रम प्रभारी प्रो. व्यास ने बताया कि अगला स्वर्णप्राशन कैम्प पुष्य नक्षत्र 15 अगस्त को इन्ही छह केन्द्रों पर आयोजित किया जाएगा।

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