टास्क पूरा करने के चक्कर में 48 लाख गवां बैठा

-हैण्डीक्राफ्ट का कारोबारी पार्ट जॉब मेें उलझा

-ऑनलाइन टेलीग्राम ऐप पर टास्क कराने वाले शातिरों ने की बड़ी ठगी

-पुलिस ने खातों को होल्ड करवाया

जोधपुर,शहर के भीतरी क्षेत्र गुलजार पुरा में हैण्डीक्राफ्ट का कार्य करने वाले एक व्यक्ति ने ऑनलाइन पार्टटाइम जॉब के चक्कर में शातिर के जाल में फंस गया। वे टाक्स पूरा कराने के नाम पर उससे बड़ी ठगी करते हुए 48 लाख की चपत लगा दी। डेढ़ महिने तक वह टाक्स पूरा करता रहा और आखिरकार रकम डुबा बैठा। पीडि़त ने पुलिस की शरण ली और अब पुलिस ने कुछ खातों को होल्ड करवाया है। अब खातों में कितनी रकम बची है इसका खुलासा बाद में ही हो पाएगा। फिलहाल धोखाधड़ी एवं आईटी एक्ट में केस दर्ज किया गया है।

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सदर बाजार थानाधिकारी सुरेश पोटलिया ने बताया कि गुलजारपुरा का रहने वाला अरशद कमाल पुत्र अमजद कमाल पेशे से हैण्डीक्राफ्ट व्यापारी है। दिसम्बर माह में उसने ऑन लाइन पार्ट टाइम जॉब के लिए वेवसाइट को सर्च किया था। बाद में वह एक टेलीग्राम ऐप से जुड़ा। जहां से उसे टास्क का काम मिला। टास्क पूरा करने पर मुनाफे की बात की गई। इस पर वह जुड़ गया। तब सामने वालों ने उसके द्वारा टास्क पूरा किए जाने पर पहले बोनस के तौर पर उसके खाते में 7 सौ रुपए डाले। बाद में फिर दस हजार रुपए उसके खाते में आए। वह ज्यों ज्यों टास्क पूरा करता उसके खाते में पैसे आते गए। बाद मेें उसके खाते में 15 हजार रुपए आए, फिर दस हजार आए और इसके बाद 22 हजार रुपए मिले। इस तरह टाक्स पूरा करने पर उसके खाते में पांच सात बार पैसे आते रहे।

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थानाधिकारी पोटलिया ने बताया कि टास्क पूरा करने के लिए कुछ कंडिशन भी शातिरों ने लगाई थी। जिसमें सुपीरियर टास्क भी पूरा करना होता था। परिवादी अरशद को विश्वास में लेने के बाद शातिरों ने टास्क पूरा नहीं किए जाने पर अब उससे रुपए खाते में डालने को कहा गया। धीरे धीरे शातिर अब अपने खातों में रुपए डलवाते गए। अंतिम बार में 17 जनवरी को अरशद कमाल की तरफ से 4.50 लाख रुपए शातिरों के खाते में डाले गए। यानी डेढ़ माह में कुछ दिनों तक उसके खाते में रुपए आए बाद में शातिरों ने उससे खाते में 48 लाख रूपए डलवा दिए।

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गुमशुम रहने पर घरवालों को पता लगा तो अपने साथ हुई घटना को बताया। इतनी बड़ी रकम वह पहले हैण्डीक्राफ्ट बिजनैस से जुटाई थी। कुछ घरवालों के रुपए थे कुछ अपने दोस्तों से उधार लेकर आया था। थानााधिकारी पोटलिया ने बताया कि मामला दर्ज किया गया है। जिन जिन खातों में रुपए डाले गए है उन्हें होल्ड करवाया गया है। अब किन खातों में कितनी रकम पड़ी है इसका पता बाद में ही चल पाएगा।

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