जोधपुर, जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय का 17वां दीक्षांत समारोह इस बार शनिवार को कोरोना संक्रमण को देखते हुए वर्चुअल मोड पर एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज सभागार में आयोजित किया गया। इस दौरान राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री व नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी वर्चुअल रूप से कार्यक्रम से जुड़े।
समारोह में 77 विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल और 138 को पीएचडी उपाधि दी गई। गोल्ड मैडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थी की फोटो व प्रमाण पत्र स्क्रीन पर दिखाया गया। कार्यक्रम में वर्ष 2019 के विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई।
दीक्षांत समारोह के संयोजक प्रोफेसर अशोक कुमार पुरोहित ने बताया कि दीक्षांत समारोह शैक्षणिक शोभायात्रा के साथ कुलपति प्रोफेसर डॉ.प्रवीण चन्द्र त्रिवेदी के सान्निध्य में आरंभ हुआ।
कुलपति के आगमन पर एनसीसी कैडेट्स ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद कुलपति ने प्रोसेशन के साथ सिण्डीकेट, सीनेट सदस्यों एवं अधिष्ठाता के साथ सभागार के मुख्यद्वार से प्रवेश किया और मंच तक पहुंचे। इसके बाद वर्चुअल दीक्षान्त समारोह हुआ।
दोपहर में राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र, अति विशिष्ट मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आभासी रूप से समारोह में जुड़ेे। राज्यपाल ने वर्चुअल दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। वे राजभवन से ही वर्चुअल जुड़े। मुख्य अतिथि नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी का दीक्षांत भाषण भी वर्चुअल हुआ।
वीद्यार्थियों को उपाधियां व स्वर्ण पदक वर्चुअल ही प्रदान किए गए। कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के जज जस्टिस डॉ. दलबीर भंडारी को एलएलडी, प्रोफेसर गोवर्धन मेहता को डीएससी और सामाजिक कार्यकर्ता एसएस सुब्बाराव को डीलिट की उपाधि प्रदान की गई। विद्यार्थी एवं शिक्षकों ने विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध यू-ट्यूब लिंक पर वर्चुअल समारोह का सीधा प्रसारण देखा।