जोधपुर, जहां आप और हम सभी चिंतित हैं कोरोना वायरस से उपजा संक्रमण है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। वहीं दूसरी ओर कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन प्रभावी और जरूरी है। अनभिज्ञता के चलते ग्रामीणों में इसे लेकर भय का माहौल है। ग्रामीणों की सोच है कि कोरोना की वैक्सीन लगवाने से मृत्यु भी हो सकती है।
जोधपुर के उत्साही युवा पत्रकार दीक्षित परिहार सोशल मीडिया पर इन्ही ताज़ा मुद्दों को लेकर जनजागरण कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने जोधपुर के ओसियां के निकट गांव डाबड़ी,खाबड़ा, खेतासर आदि गाँवो में जाकर ग्रामीणों को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक कर उसके फायदों के बारे में ग्रामीणों को बताया।
दीक्षित ने ओसियां के आस पास में रेतीले धोरों पर बसे कच्चे मकानों, झोंपड़ियों में रह रहे ग्रामीणों को जागरूक किया जहां सोसल मीडिया तो क्या मूलभूत सुविधाएं तथा पानी तक उपलब्ध नहीं है।
परिहार ने गांवों जाकर देखा तो स्थानीय लोगों में भय था कि वैक्सीन से काफी लोगों की मौत हो रही है। इस अफ़वाह पर उन्होंने ने वहां के मेडिकल स्टाफ की मदद से ऐसे लोगों का पता लगाया जो वैक्सीन नहीं लगवा रहे थे। गांव में तकरीबन 500 पेम्पलेट बांटे और घर-घर जाकर कई दिनों से सर्वे कर रहे हैं।
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कोरोना महामारी को लेकर सरकार, सामाजिक संस्थाएं और लोग अपने तरीके से लोगों में कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता का संदेश दे रहे हैं।
ऐसी ही मुहिम जोधपुर के युवा दीक्षित परिहार ने शुरू की है। परिहार ने बताया की कोरोना काल में शहरी क्षेत्रों में लोगों में वैक्सीन को लेकर जागरूकता है परन्तु गाँवों में जागरूकता का अभाव है। इसी के मद्देनजर परिहार मेडिकल स्टाफ के साथ उन लोगों तक पहुंचे जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई।
उन्होंने लोगों को वैक्सीन से होने वाले फायदों के बारे में बताया तो लोग रुचि दिखाते हुए कोरोना की वैक्सीन लगवाने को राजी हो गए और उन्होंने वैक्सीन लगवाई और अन्य गांव वालों ने भी जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने का आश्वाशन दिया। परिहार ने डाबड़ी गांव के पंचायत कार्यालय में भी लोगों को जागरूक किया व गांव वालों से अपने पूरे परिवार को वैक्सिनेशन के लिए राजी किया।