गम्भीर चोट ग्रस्त बच्चों के आपात इलाज पर कार्यशाला

जोधपुर,गम्भीर चोट ग्रस्त बच्चों के आपात इलाज पर कार्यशाला। पीडियाट्रिक ट्रोंमा बच्चों में जानलेवा कारणों में नम्बर दो पर है। जान जाने के मुख्य कारणों में से खून का स्राव और सर में चोट लगना है।

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इलाज में देरी की वजह से कई बच्चे अपनी जान खो देते हैं। बच्चों के ट्रोंमा मेनेजमेंट दक्षता को बढ़ाने के लिए एम्स में दो दिवसीय कार्यशाला पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित की गई। Pediatrics Trauma Resuscitation Module (PTRM) कार्यशाला EMA और IAP-PEM chapter के तहत राजस्थान में पहली बार आयोजित की गई।

कार्यशाला में देशभर के प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के लिए देश के बड़े-बड़े विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया और उन्होंने अपनी जानकारी साझा की।

कार्यशाला में डॉ.समीर मिश्रा (KGMU, Lucknow),डॉ.नेहा राय (RML, Lucknow) और देश के विभिन्न बड़े संस्थानों से विशेषज्ञों ने प्रशिक्षण दिया। संस्थान के कार्यकारिणी निदेशक प्रो.गौवर्धन दत्त पुरी,मेडिकल सुपरीटेंडन डॉ. महेश देवनानी ने भी उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लिया।

उन्होंने एम्स में आगे भी इस तरह के कार्यक्रम करवाने का आश्वासन दिया। डॉ.कुलदीप सिंह कार्यक्रम के चेयरपर्सन और डॉ.भरत चौधरी कार्यक्रम के सचिव थे। कार्यक्रम में सीमुलेटेरस् के ऊपर Handson Training दी गई। यह कार्यक्रम PTRM Module के तहत किया गया। यह देश में इस Module पर तीसरी कार्यशाला है।