union-jalshakti-minister-visited-the-areas-affected-by-heavy-rains-in-the-city

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने किया शहर में अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने किया शहर में अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा

  • जनता का कष्ट जानने पानी में उतरे शेखावत
  • प्रशासन को दिए स्थाई समाधान के निर्देश
  • प्रत्येक नागरिक की परेशानी मेरा भी कष्ट है

जोधपुर, स्थानीय सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर में भारी वर्षा से प्रभावित हुए क्षेत्रों का सघन दौरा किया। शेखावत घुटनों से ऊपर तक पानी के बीच चलकर नागरिकों से मिलने उनके घर तक गए। उन्होंने जिला प्रशासन और नगर निगम को निर्देश दिए कि जलजमाव का निराकरण पहली प्राथमिकता हो। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक की परेशानी मेरा भी कष्ट है। भविष्य में ऐसा संकट न आए, इसका अतिशीघ्र बेहतर और स्थायी समाधान निकलेगा। उन्होंने लोगों को जलजनित रोगों को दूर रखने के लिए स्वच्छता और सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने सर्किट हाउस में अधिकारियों की बैठक भी ली।

गुरुवार को केंद्रीय मंत्री जोधपुर पहुंचे। बीजेएस के रूपनगर,डर्बी कॉलोनी और बासनी सेकंड फेज में भवानी नगर के निवासियों से मिलकर वस्तुस्थिति जानी। उन्होंने रुप नगर में घुटनों से ऊपर तक भरे पानी में चलकर क्षेत्र के लोगों के घरों तक गए। क्षेत्र के लोगों को यथासंभव समस्या का स्थाई समाधान का भरोसा दिलाया। बाद में शेखावत वर्षा प्रभावित डर्बी कॉलोनी में पहुंचे और वहां के हालात को देखा। अधिकारियों को पानी की निकासी के निर्देश दिए। वे बासनी सेकंड फेज में भवानी नगर भी गए और क्षेत्र की कॉलोनी के निवासियों के साथ पानी में पैदल जाकर प्राभावित क्षेत्र का अवलोकन किया। भवानी नगर में एक घर की सीढ़ियों पर बैठ कर लोगों से बातचीत की।

इस अवसर पर मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि न्यू रूपनगर और सुल्तान नगर से जल निकासी के स्थायी समाधान के प्रयास पिछले पांच सालों से चल रहे हैं लेकिन कुछ ठोस हो नहीं पाया है। शेखावत ने कहा कि एक टेंडर हुआ था। दुर्भाग्य से वह भी निरस्त हो गया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उस टेंडर को शीघ्र कराकर आने वाले समय में यह चुनौती ना आए, इसका स्थाई समाधान निकाला जाए।

उन्होंने कहा कि भैरव नाले, जहां डर्बी टेक्सटाइल व कालोनी क्षेत्र है,के विषय को मैं वर्ष 2014 से लगातार उठा रहा हूं। वर्ष 2016 में जब बाढ़ आई थी, तब भी ऐसी ही स्थिति बनी थी। डर्बी टेक्सटाइल और उस क्षेत्र में भैरव नाले के माध्यम से पानी को जोजरी नदी तक ले जाने का प्रयास मैंने खुद किया था। जब भाजपा की सरकार थी, तब खड़े रहकर सर्वे कराया था। इस क्षेत्र में सेना की कुछ आपत्तियां थीं। वहां से स्वीकृति को लेकर कुछ चुनौतियां थीं, लेकिन जिला प्रशासन ने कहा था कि हम कोई वैकल्पिक मार्ग निकाल रहे हैं। विश्वविद्यालय के बीच में से एक चैनल निकाला जाना था, जिसके डिजाइन तैयार थे। दुर्भाग्य से इस सरकार के समय पिछले 3 साल से जिस तरह से काम होना चाहिए था, वह नहीं हो पाया।

क्लाइमेट चेंज इम्पैक्ट के कारण 36 घंटे में 300 मिमी वर्षा

स्थानीय सांसद शेखावत ने कहा कि क्लाइमेट चेंज के इम्पैक्ट के कारण एकाएक ज्यादा वर्षा (क्लाउड बर्स्ट) होने की घटनाएं बढ़ी हैं। जोधपुर का औसत रेनफॉल लगभग 300 मिमी है लेकिन यहां पिछले 36 घंटे में उसके बराबर बारिश हो गई है। इस तरह की घटनाएं क्लाइमेट चेंज इम्पैक्ट से और अधिक बढ़ेंगी, ऐसी विशेषज्ञों को आशंका है। उन्होंने कहा कि बिना भौगोलिक परिस्थितियों की जांच के अर्बन डेवलपमेंट हुआ है। देश और दुनिया भर के शहरों में ऐसी ही चुनौतियां हैं।

न्यू रूप नगर के हालात गंभीर

शेखावत ने कहा कि रूपनगर के लगभग 60-70 घरों के हालात गंभीर हैं। 25 जुलाई से वहां घरों के अंदर तक पानी भरा है। न बिजली है,न पानी है,न दूध है,न ही कोई और व्यवस्था हो सकती है। प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि तुरंत एक बार पानी निकालने की व्यवस्था को और अधिक गति प्रदान की जाए।

सर्किट हाउस में अधिकारीयों के साथ बैठक में प्राभावित क्षेत्र में लोगों को सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए और जोधपुर में ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने को कहा। प्राभावित क्षेत्र में लोगों को सहायता पहुंचाने में देरी नहीं हो।

दूरदृष्टिन्यूज़ की एप्लिकेशन डाउनलोड करें- http://play.google.com/store/apps/details?id=com.digital.doordrishtinews

Similar Posts