एम्स में गार्ड की नौकरी दिलाने का झांसा देकर मामा भांजा को ठगा

  • शातिर ने खुद को बताया एम्स में सुपरवाइजर
  • 3 लाख ठग लिए

जोधपुर,एम्स में गार्ड की नौकरी दिलाने का झांसा देकर मामा भांजा को ठगा। शहर के एम्स चिकित्सालय में सिक्युरिटी गार्ड की नौकरी दिलाने के नाम पर मामा भांजा और एक अन्य को ठगी का शिकार बनाकर उनसे से तीन लाख से ज्यादा की ठगी कर ली गई। मामला गत साल का है। पुलिस में अब इस बारे में धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया गया है।
खारिया मीठापुर बिलाड़ा निवासी श्यामलाल पुत्र खेमाराम माली ने बासनी थाने में रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि वह गत वर्ष 5 मार्च को अपनी बहन के इलाज के लिए एम्स चिकित्सालय बासनी आया था। जहां पर चाय के ढाबे पर उसे अशोक कुमार नाम का शख्स मिला और परिचय बढ़ाते हुए उसके कामकाज के बारे में पूछा। श्यामलाल ने खुद को बेरोजगार बताया था। तब उस शख्स अशोक कुमार ने खुद को एम्स चिकित्सालय में सुपरवाइजर होना बताया और कहा कि एसआईएस कंपनी है जो एम्स में सिक्युरिटी गार्ड की नौकरी देती है। यदि वह नौकरी पर लगना चाहता है तो वह लगा सकता है।

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इस बात पर परिवादी श्याममलाल उसके झांसे में आया गया। उसे नौकरी लगवाने के नाम पर दो लाख रुपए मांगे गए थे। वह अपने गांव गया और बाद में अशोक कुमार नाम के शख्स को नौकरी लगाने के लिए कहा। इस पर 16 मार्च को फिर जोधपुर आया और उसे एम्स के बाहर चाय के ढाबे पर 50 हजार रुपए दिए। कुछ रुपए फोन के माध्यम से दिए गए। उसे एक महिने में नौकरी लगाने को कहा गया। बाद में परिवादी श्यामलाल ने अपने भांजे महेंद्र पुत्र बाबूलाल की नौकरी के लिए बात की फिर एक अन्य रिश्तेदार महेद्र पुत्र तिलाराम की बात की थी। सभी ने अपने दस्तावेज और तीन से चार लाख रुपए के बीच आरोपी अशोक कुमार को कैश एवं फोन पे के माध्यम से दे दिए। मगर इनकी नौकरी नहीं लगी। फिर आरोपी ने फोन बंद कर दिया। यहां आकर पड़ताल की तो मालूम हुआ कि अशोक कुमार नाम का कोई व्यक्ति सुपरवाइजर नहीं है और न ही एसआईएस नाम की कोई कंपनी का कार्यालय शास्त्रीनगर में है। बासनी पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर अब जांच आरंभ की है।

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