तीसरी आंख रखेगी हर गतिविधि पर नजर, मेले का ध्वाजारोहण 24 को
शीतला माता का मेला
जोधपुर, मारवाड़ का ऐतहासिक कागा मेला यानी शीतला माता मेला इस बार 24 मार्च की शाम को ध्वजारोहण के साथ शुरू हो जाएगा। घर-घर ठंडे का भोग बनने के साथ अष्टमी को माता शीतला को इसका भोग लगाया जाएगा। प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोरों पर आरंभ की गई हैं। दो साल से कोविड के चलते मेला स्थगित रहा था। इस बार माता के दरबार में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।
माता के पूजन की खासियत इस बात की है कि इसके दर्शन लाभ और पूजन से चर्म रोगों से मुक्ति मिलती है।
होली के आठ दिन बाद शुरु होने वाले ऐतिहासिक शीतला माता मेले की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। शीतला माता (कागा-तीर्थ) ट्रस्ट की ओर से आयोजित इस मेले में इस बार दर्शनार्थियों की तादाद ज्यादा रहने की संभावना है। पिछले दो वर्षों में मेले का आयोजन नहीं हो पाया था। ऐसे में इस बार शीतला माता मेले में शीतला माता के धोक लगाने के लिए लोगों की भीड़ रहेगी।
बच्चों को चर्म रोगों से रखेगा दूर
माता के दर्शन मारवाड़ में जरूरी रहते हैं। बच्चों को जन्म के बाद चर्म रोग ओरी, अचपड़ा आदि से दूर रखने की कामना मां शीतला के मंदिर में आकर उनके प्रतिमा के समक्ष की जाती है। इस परम्परा के चलते लोग घर के नवजात को मां के चरणों में धोक लगाने पहुंचेंगे। चूकिं पिछले दो वर्षों से मेले का आयोजन नहीं हुआ इस कारण इस बार लोगों में उत्साह ज्यादा नजर आएगा। इधर मेले परिसर में भी झूले आदि लगना शुरु हो चुके हैं। मंदिर ट्रस्ट के साथ-साथ पुलिस प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। मेले के लिए अस्थाई पुलिस कंट्रोल रुम के अलावा सीसीटीवी लगाने की तैयारियां जोरों पर है। करीब 74 सीसीटीवी कैमरे से मेले परिसर में नजर रखी जाएगी।
24 की शाम को होगा ध्वजारोहण
मेला इस बार 24 मार्च को शाम 4.30 बजे ध्वजारोहण के साथ शुरू हो जाएगा। नागौरी गेट के बाहर कागा स्थित शीतला मंदिर में ऐतिहासिक शीतला माता मेले का उद्घाटन राजस्थान राज्य पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्रसिंह सोलंकी,नगर निगम उत्तर की महापौर कुन्ती परिहार, राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा, नगर निगम दक्षिण महापौर वनिता सेठ व जसवन्त सिंह कच्छवाहा समाज सेवी व ट्रस्टी भारत सेवा संस्थान के मुख्य आतिथ्य में किया जाएगा।
24 घंटे खुला रहेगा माता का दरबार
कागा शीतला माता मेला 24 मार्च से 1अप्रैल तक आयोजित होगा, जिसमें निगम द्वारा सड़क़ पैचिंग कार्य, बैरिकेट्स,मेले में सुव्यवस्थित दुकानें लगाने तथा श्रद्धालुओं को आने जाने की व्यवस्था,पार्किंग की व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरा इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन द्वारा उपयुक्त सीसीटीवी कैमरा पुलिस जवान व पुलिस कंट्रोल रूम भी बनाया जा रहा है। संबंधित अधिकारी ने बताया कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए पुलिस द्वारा उपयुक्त निगरानी रखी जाएगी। मंदिर ट्रस्ट द्वारा मंदिर प्रांगण में कुल 74 सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे।
दो सौ मीटर दूरी पर लगेगी अस्थाई दुकानें
इस बार मेला स्थल मंदिर से 200 मीटर तक किसी भी प्रकार की कच्ची दुकानों या खाने पीने की व्यवस्था नहीं की जाएगी। पुलिस प्रशासन को मेले के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
यूं है मान्यता माता को पूजने की
माना जाता है कि माता की पूजा से चर्म रोग(ओरी-चेचक)आदि से बचाव रहता है, चर्म-रोग सम्बन्धी बीमारियों से बचने के लिए शीतला माता की अर्चना की जाती है। मान्यता के अनुसार उन्हें एक दिन पूर्व बना ठण्डा-बासी भोजन का भोग लगाया जाता है और स्वयं भी वह भोजन खाया जाता है। चूँकि इस दिन ठण्डा और बासी भोजन खाया जाता है इसलिए इसे बासोड़ा भी कहा जाता है। मेले का लेकर इस बार मारवाड़ के लोगों में काफी उत्साह बना हुआ है।
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