474 करोड़ रुपए की लागत से बदल रही है जोधपुर रेलवे स्टेशन की तस्वीर

  • जोधपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य के तहत स्ट्रक्चरल वर्क तीव्र गति से प्रगति पर
  • लगभग 92 हजार यात्री प्रतिदिन की क्षमता के लिए स्टेशन हो रहा है तैयार
  • 72 मीटर चौड़ाई के एयर कॉनकोर्स में अनेक सुविधाएं होगी उपलब्ध
  • मारवाड़ की स्थानीय कला और आधुनिकता के साथ 474 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है पुनर्विकास कार्य

जोधपुर(डीडीन्यूज),474 करोड़ रुपए की लागत से बदल रही है जोधपुर रेलवे स्टेशन की तस्वीर।प्रदेश के दूसरे बड़े शहर जोधपुर के मुख्य रेलवे स्टेशन की 474 करोड़ रुपए की लागत से तस्वीर बदलने को है। सिटी रेलवे स्टेशन को जहां आगामी 50 वर्षों की कार्य योजना के अनुरूप तेजी से पुनर्विकसित किया जा रहा है। इस स्टेशन पर रेलवे ने रोजाना 92 हजार से भी अधिक रेल यात्रियों को उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।

सूर्यनगरी की स्थानीय स्थापत्य कला,हेरिटेज और आधुनिकता का समावेश करते हुए जोधपुर रेलवे स्टेशन का शिद्दत व तेजी से अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकास किया जा रहा है। पुनर्विकास कार्यों के तहत जोधपुर स्टेशन के मुख्य प्रवेश पर भूतल व चार मंजिला बिल्डिंग तथा द्वितीय प्रवेश पर भूतल व तीन मंजिला बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। मुख्य प्रवेश पर निर्मित बिल्डिंग के लिए पिलिंथ लेवल का कार्य पूरा हो गया है तथा स्लेब डालने का कार्य प्रगति पर है तथा द्वितीय प्रवेश पर ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर के स्ट्रक्चर का कार्य पूरा हो गया है तथा अन्य कार्य प्रगति पर है।

उल्लेखनीय है कि जोधपुर स्टेशन पर मुख्य प्रवेश बिल्डिंग लगभग 14 हजार वर्ग मीटर तथा द्वितीय प्रवेश बिल्डिंग लगभग 9 हजार वर्ग मीटर में निर्मित की जा रही है। जोधपुर स्टेशन पर पुनर्विकास का कार्य तीव्र गति के साथ प्रगति पर है। यह कार्य पूर्ण होने पर स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ पर्यटकों को अनेक यात्री सुविधाएं उपलब्ध होंगी। स्टेशन के पुनर्विकास कार्य के कारण क्षेत्र में विकास और प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार के अनेक अवसर उत्पन्न होंगे।

इस संबंध में उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी शशि किरण के अनुसार महाप्रबन्धक अमिताभ के निर्देशानुसार जोधपुर स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य तेजी से प्रगति पर है। जोधपुर स्टेशन पर मुख्य प्रवेश बिल्डिंग (राईका बाग साइड) में पिलिंथ लेवल का कार्य पूरा कर लिया गया है तथा द्वितीय प्रवेश बिल्डिंग (भगत की कोठी साइड) के भूतल व प्रथम तल का स्ट्रक्चरल वर्क पूरा किया जा चुका है तथा द्वितीय तल का कार्य प्रगति पर है।

स्टेशन परिक्षेत्र में सुगम आवगमन के लिए लगभग 39 हजार वर्ग मीटर में सड़क,पक्का फर्श सहित पार्किंग सुविधा विकसित करना प्रस्तावित है। स्टेशन पर राईका बाग व भगत की कोठी साइड में जी़ +2 बिल्डिंग आगमन ब्लॉक तैयार किया जा रहा है।

सुविधाओं से सुसज्जित होगा 72 मीटर चौड़ा एयर कॉनकोर्स
स्टेशन पर यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए 72 मीटर चौड़ाई (6121 वर्ग मीटर) का एयर कॉनकोर्स एरिया का निर्माण किया जाएगा। यह एयर कॉनकोर्स सभी प्लेटफार्म सहित दोनो छोर की बिल्डिंग को आपस में जोड़ने का भी कार्य करेगा। इस एयर कॉनकोर्स क्षेत्र में वाणिज्यिक दुकानें, कैफेटेरिया,एग्जीक्यूटिव लाउंज, फूड कोर्ट,पर्यटक सूचना केन्द्र, वेंटिग हॉल जैसी सुविधाएं उपलब्ध रहेगी।

इतने एस्केलेटर्स और लिफ्ट होंगे
स्टेशन पर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर सुगम आवागमन के लिए 35 लिफ्ट और 16 एस्केलेटर लगाया जाना प्रस्तावित है। इसके अतिरिक्त राईका बाग साइड में 1433 वर्ग मीटर तथा भगत की कोठी साइड में 1678 वर्ग मीटर क्षेत्र फुट ओवर ब्रिज का भी निर्माण किया जा रहा है,जिनके फाउंडेशन का कार्य किया जा चुका है। स्टेशन पर लगभग 14 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में प्लेटफार्म शेल्टर का कार्य किया जाना है।

आगमन और निकास के लिए अलग-अलग द्वार होंगे
जोधुपर स्टेशन के पुनर्विकास कार्य में स्टेशन बिल्डिंग में आगमन/प्रस्थान हेतु अलग-अलग प्रवेश व निकास द्वार,एयर कोनकॉर्स,स्काई वॉक,कवर्ड प्लेटफार्म,लिफ्ट व एस्केलेटर की सुविधा,फुट ओवर ब्रिज,अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित वेटिंग रूम,शॉपिंग कॉम्पलेक्स,एग्जीक्यूटिव लाउंज, उन्नत व मानक स्तर की लाइटिंग, फूड कोर्ट इत्यादि का प्रयोजन रखा गया है। इसके साथ ही स्टेशन पर पर्याप्त व सुव्यवस्थित पार्किंग सुविधा,दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाएं,संकेतक,शौचालय,बेगेज स्कैनर,मैटल डिटेक्टर तथा कोच गाइडेन्स बोर्ड व ट्रेन इन्डिकेटर इत्यादि के साथ समस्त प्रकार की आधुनिक यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।

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हरित पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए भी किया गया प्लान
स्टेशन पुनर्विकास में ऊर्जा खपत में कमी के लिए ग्रीन बिल्डिंग आधारित सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। स्टेशन पर हरित पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए सोलर पैनल, कचरे का प्रसंस्करण,सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट,वर्षा जल संचयन,फायर फाइटिंग सिस्टम जैसे संसाधन स्थापित करना प्रस्तावित है।