टेक्सटाइल उद्योग भारत की प्रगति का आधार स्तंभ-गिरिराज सिंह

जोधपुर,टेक्सटाइल उद्योग भारत की प्रगति का आधार स्तंभ-गिरिराज सिंह। केन्दीय वस्त्र मंत्री गिरीराज सिह ने कहा कि टेक्सटाईल उद्योग भारत की प्रगति का आधारस्तम्भ है। हमारे यहां कपास का भी उत्पादन होता है और धागा बनने से लेकर वस्त्र बनाने के उद्योग लग चुके हैं। अब तो मंहगे वस्त्रों के एक्सक्लूजिव शोरूम लगते जा रहे हैं क्योंकि जहां एक ओर उत्पादों की संख्या बढ रही है वहीं दूसरी ओर देश के नागरिकों की क्रय क्षमता भी तेजी से बढती जा रही है। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व मे देश आगे बढ रहा है। गिरीराज सिंह ने कहा कि टफ योजना बन्द हो गयी है लेकिन इसके स्थान पर नयी संशोधित योजना लाई जा रही है। ये विचार वस्त्र मंत्री ने लघु उद्योग भारती सभाभवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रखे।

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सिंह ने कहा कि गारमेन्ट सेक्टर को बढावा देने से रोजगार की भारी संभावनाऐ बनेगी। देश का निर्यात भी बढेगा,विदेशी मुद्रा का अर्जन बढेगा एवं राजस्व में वृद्धि होगी। देश में भारी प्रतिशत में लघु उद्योग हैं एवं तकनीक का विकास होता जा रहा है।लघु उद्योगो को भी अपनी तकनीक मे सुधार करते हुए उत्पादन की गुणवता मे वृद्धि करके लागत कम कर सकते हैं। जिससे उद्योगों के साथ साथ देश का भला होगा। इसलिये लघु उद्योगों को बढावा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाग्लादेश एवं भारत के श्रमिकों के वेतन दर लगभग समान है। इसलिये भारत के गारमेन्ट उद्योग के विकास की अपार संभावनएं हैं। जोधपुर पाली बालोतरा के टेक्सटाईल उद्योगो मे भी विकास के नये चिन्ह दिखाई दे रहे हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत ने कहा कि टेक्सटाईल उद्योग में लाखों श्रमिक नियोजित हैं इस कारण हमारे यहां अकाल के दुर्भिक्ष को हम सहन कर लेते हैं। उन्होंने प्रदूषण की समस्या के सर्वमान्य हल का सुझाव दिया। लघु उद्योग भारती के प्रदेशाध्यक्ष शांतिलाल बालड ने पॉवरलूम सेक्टर को बढावा देने की मांग की। कार्यक्रम में वस्त्र उद्योग से जुड़े उद्यमियों ने अपने विचार रखे।