जोधपुर, राजस्थान संगीत जगत की सुविख्यात जोड़ी मदन-पूनम द्वारका जिन्होंने सीनियर और जुनियर गायक कलाकारों के कैसेट्स और एल्बम में ढोलक और तबला वादन कर अपनी अमीट छाप छोड़ी, अपनी कला से अनेक कलाकारों को तैयार कर निखारा।
जिनमें मदन द्वारका (ढोलक वादक) का कुछ अर्से पहले निधन हो गया था। अब इस जोड़ी के दूसरे कलाकार पूनमचंद द्वारका (तबला वादक) का भी निधन हो गया। पूनम द्वारका के आकस्मिक निधन से संगीत जगत में शोक की लहर छा गई। मंगलवार को उनकी अंत्येष्टि कर दी गई। उनकी शवयात्रा और अंत्येष्टि में परिवार,भांड समाज, लोक कलाकार कालुराम प्रजापति, महेंद्रसिंह पंवार, मोइनुद्दीन मनचला सहित अनेक कलाकार और संगीत प्रेमी शामिल हुए। अंत्येष्टि के दौरान कलाकारों ने भजन प्रस्तुत कर दिवंगत आत्मा को स्वरांजलि दी। मारवाड़ लोक संगीत संस्थान के अध्यक्ष और लोक गायक महेंद्रसिंह पंवार सहित तमाम कलाकारों ने इनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया और अश्रूपुरित भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से इनकी पवित्र आत्मा को चिरस्थाई शांति व मोक्ष प्रदान के लिए प्रार्थना की। सभी को 10 फरवरी को शाम 5 बजे उनके रातानाडा स्थित निवास पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अधिकाधिक संख्या में शामिल होने का विनम्र निवेदन किया।