जोधपुर में मिर्ची बड़े की दुकान की तरह चलेगी सोलर की दुकाने- वाजपेई

सोलर पीवी सिस्टम डिजाइन एंड इंस्टॉलेशन शॉर्ट टर्म कार्यक्रम संपन्न

जोधपुर,जोधपुर में मिर्ची बड़े की दुकान की तरह चलेगी सोलर की दुकाने-वाजपेई। शहर के एमबीएम विश्वविद्यालय के सेंटर आफ एक्सीलेंस फॉर नॉन कन्वेंशनल एनर्जी द्वारा आयोजित एक पखवाड़े का सोलर पीवी सिस्टम डिजाइन एंड इंस्टॉलेशन शॉर्ट टर्म कार्यक्रम आज संपन्न हो गया।

यह भी पढ़ें – जोधपुर जिले के 3.31 लाख लाभार्थियों के बैंक खातों में 48.07 करोड़ हस्तांतरित

समापन समारोह में मुख्य अतिथि के चीफ इंजीनियर एंड डायरेक्टर टेक्निकल जोधपुर डिस्कॉम के डॉक्टर संजय बाजपेई ने अपने उद्बोधन में कहा कि पूरे देश में सोलर एनर्जी की विपुल संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में मेंटेनेंस को लेकर कई इंजीनियर की आवश्यकता पड़ेगी। जिस प्रकार जोधपुर में मिर्ची बड़े की दुकानें चलती हैं वैसे ही निकट भविष्य में सोलर की दुकान में चलेगी।

विशिष्ट अतिथि डायरेक्टर टेक्निकल एजुकेशन गवर्नमेंट ऑफ़ राजस्थान के अनिल कुमार अग्रवाल ने कहा कि इस तरह के शॉर्टटर्म कोर्स विद्यार्थियों के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। यहां से सीख कर विद्यार्थी अपनी स्किल को बढ़ा सकते हैं और अपना व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डीन एमबीएम यूनिवर्सिटी की प्रोफ़ेसर जयश्री वाजपेई ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जब भी समय व साधन मिल जाए इसका भरपूर उपयोग करें। विद्यार्थियों के लिए स्किल,नॉलेज व एप्टीट्यूड यह तीनों ही बहुत महत्वपूर्ण हैं।

इसे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन माल्यार्पण से की गई। सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस फॉर नॉन कन्वेंशनल एनर्जी के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर मनीष कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया।शॉर्ट टर्म कोर्स के कोऑर्डिनेटर इंजीनियर संदीप यादव ने संपूर्ण कोर्स की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की इस केंद्र के नोडल ऑफिसर एडमिनिस्ट्रेटिव हेड प्रोफेसर अखिल रंजन गर्ग ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए उन्हें निरंतर सीखते रहने की सलाह दी।

यह भी पढ़ें – बारिश के बाद एयरपोर्ट एरिया नाले में गिरने से बीए द्वितीय वर्ष छात्र की मौत

अंत में सभी प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र देखकर सम्मानित किया गया।अंत में सेंटर के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर एसके सिंह ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में इंजीनियर कैलाश चौधरी,इंजीनियर संदीप यादव,इंजी. हरीश ख्यानी,नवीन शर्मा,जय सोलंकी,ऊर्जसविता तथा युवधन का विशेष सहयोग रहा।