सप्ताह भर सांचोर में डेरा डाले रही एसओजी टीम

जोधपुर, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी)ने सांचोर में एक व्यक्ति के नकली नोटों के गोरख धंधे का पता लगाकर हिरासत में लिया है। उससे कड़ी पूछताछ चल रही है। वह असली के बदले नकली नोट देता था। 35 हजार पर लाख रूपए के नकली नोट देता।
एसओजी निरीक्षक जब्बरसिंह ने बताया कि सूचना मिली थी कि सांचोर में एक व्यक्ति नकली नोट का काम धड़ल्ले से कर रहा है, जिस पर वो सांचोर पहुंचे। वहां गोपनीय जानकारी जुटाई तो सामने आया कि एक जना नकली नोट दे रहा है। तब उसके मोबाइल जुटाए, फिर व्हाटसएप कॉल के जरिए उससे असली नोट दे नकली नोट की डिमांड की। इसके लिए वे छह दिनों तक सांचोर में डेरा डाले बैठे रहे। उसकी लोकेशन व हुलिया सहित अन्य तस्दीक की।

आखिर में बुधवार को जोधपुर से एसओजी की टीम के हैड कांस्टेबल हजारीराम, कांस्टेबल मनहीत सिंह व धर्मेंद्र कुमार को सांचोर बुलाया। इसके बाद उससे फोन पर बात की तो उसने बताया कि वो 35 हजार के असली नोट के बदले एक लाख रुपए के नकली नोट दे देगा। जिस पर उससे नोट लेने की बात की तो उसने विश्नोई धर्मशाला पर निरीक्षक को आने का कहा। उससे पहले उस इलाके में अलग अलग जगह पर पहले से टीम को बैठा दिया। फिर एक कार लेकर निरीक्षक जब्बर सिंह वहां पहुंचे। तो परेवा, चितलवाना जिला जालोर निवासी मोहन लाल पुत्र सुरेंद्र विश्नोई वहां पहुंचा। उसे कार में बैठे निरीक्षक ने कहा कि ये लो 35 हजार रुपए अब एक लाख रुपए दे दो। तो उसने कहा कि उसके पास इतने रुपए नहीं है, वो तो लाने पड़ेंगे। अभी उसके पास सिर्फ 25 हजार रुपए ही है। तो तुरंत टीम को इशारा कर बुलाया और मोहनलाल को धर दबोचा। अब इससे पूछताछ की जा रही है।

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